कई बार जरूरत पड़ने पर एफडी को समय से पहले ही तोड़ने की नौबत आ जाती है। एफडी को समय से पहले तोड़ने को प्रीमैच्योर विड्रॉल के नाम से जाना जाता है। प्रीमैच्योर विड्रॉल करने पर बैंक कम ब्याज देने के साथ कुछ पेनल्टी भी लेते हैं। प्रीमैच्योर विड्रॉल पेनल्टी के बारे में अधिक जानकारी इस लेख में पढ़ें।
एफडी का प्रीमैच्योर विड्रॉल करने का तरीका
फिक्स्ड डिपॉजिट को दो तरीके से तोड़ा जा सकता है, पहला ऑनलाइन तरीका दूसरा ऑफलाइन तरीका।
- ऑनलाइन तरीका: नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की मदद से ऑनलाइन एफडी का प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है।
- ऑफलाइन तरीका: ऑफलाइन एफडी तोड़ने के लिए आपको बैंक के निकटतम ब्रांच जाना होगा। वहां एफडी प्रीमैच्योर विड्रॉल के लिए फॉर्म (premature withdrawal application) भरकर आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने होंगे। इसके अलावा आपको एफडी रसीद भी सरेंडर करनी होगी।
एफडी तोड़ने पर कितनी पेनल्टी लगती है?
एफडी को तुड़वाने पर पेनल्टी कितनी ली जाएगी, यह बैंक पर निर्भर करता है। आमतौर पर, बैंको द्वारा प्रीमैच्योर विड्रॉल पर 0.5% से 1% तक की पेनल्टी ली जाती है। इस बात पर गौर करें एफडी तोड़ने पर आपको पेनल्टी के साथ-साथ कम ब्याज भी दिया जाएगा। इसे समझने के लिए नीचे उदाहरण की मदद (premature withdrawal example) लेते हैं:-
मान लीजिए, आप 1 साल की अवधि के लिए एफडी में 50,000 रुपये जमा कराते हैं, जिस पर आपको 8% का ब्याज दिया जा रहा है। एक साल पूरा होने पर आपको 54,122 रु. दिए जाएंगे। लेकिन अगर आप एफडी को 6 महीने में तोड़ देते हैं, तो उस अवधि के लिए बैंक जो ब्याज ऑफर कर रहा होगा, उस दर से ब्याज दिया जाएगा। मान लीजिए, बैंक 6 महीने की एफडी पर 6% ब्याज ऑफर करता है, वहीं प्रीमैच्योर विड्रॉल करने पर 1% पेनल्टी लेता है, तो उस हिसाब से आपको ₹51,258 रुपये मिलेंगे।
एफडी तोड़ने के बजाय ये विकल्प अपना सकते हैं
एफडी तोड़ने (premature withdrawal of fd) पर कस्टमर को नुकसान झेलना पड़ता है। इससे बचने के लिए आप इन विकल्पों का चुन सकते हैं:-
- एफडी के बदले लोन लें: आप एफडी के बदले लोन ले सकते हैं। कुछ बैंक एफडी वैल्यू के 90% तक का लोन ऑफर करते है। आप लोन का विकल्प चुनते हैं, तो आपको लागू ब्याज दरों से 1% या 2% ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है। वहीं आगे चलकर लोन के भुगतान में डिफॉल्ट करने पर या लोन नहीं चुका पाने पर नुकसान की भरपाई आपकी एफडी से की जाती है। यानि मैच्योरिटी के वक्त लोन की बकाया रकम को काटने के बाद शेष राशि का भुगतान किया जाएगा।
एफडी पर लोन का विकल्प तब सही रहता है, जब आपको ज्यादा पैसों की ज़रूरत नहीं होती। क्योंकि एफडी के बदले लोन लेने पर आपको कम ब्याज दरों पर लोन तो मिल जाता है, साथ ही एफडी में बाकी बची रकम पर ब्याज मिलता रहता है।
- एफडी के बदले क्रेडिट कार्ड: कई बैंक एफडी के बदले क्रेडिट कार्ड का विकल्प देते हैं। इस क्रेडिट कार्ड की लिमिट एफडी अमाउंट के 75-85% तक हो सकती है। यानि आप ज़रूरत पड़ने पर क्रेडिट कार्ड की मदद से एफडी रकम का इस्तेमाल कर सकते हैं और साथ ही एफडी पर ब्याज का लाभ भी उठा सकते हैं।
- मल्टीपल एफडी कराएं: एक एफडी में सारा पैसा जमा करने के बाद अलग-अलग टेन्योर की एफडी में थोड़ी-थोड़ी रकम जमा करें। जिससे समय-समय पर एफडी के मैच्योर होने पर लिक्विडिटी बनी रही। और अगर पैसों की ज़रूरत पड़े तो एक बड़ी एफडी को तोड़कर नुकसान उठाने के बजाय सिर्फ छोटी एफडी को तोड़कर ज़रूरतें पूरी की जा सके।
एफडी तुड़वाने से होने वाले नुकसान
एफडी तोड़ने का फैसला लेने से पहले इसके नुकसान के बारे में जानकारी होनी ज़रूरी है:-
- कम ब्याज मिलता है: प्रीमैच्योर विड्रॉल करने पर आपको कम ब्याज का नुकसान उठाना पड़ता है। एक फिक्स्ड टेन्योर तक एफडी रखने पर जितना ब्याज मिलता, वो एफडी तोड़ने पर नहीं मिलता।
- पेनल्टी: एफडी तुड़वाने पर आपको पेनल्टी भी भरनी पड़ती है, जो 1% तक हो सकती है।
- वित्तीय लक्ष्य पूरे नहीं होते: आप जिस उद्देश्य से एफडी कराते हैं, वो उद्देश्य पूरे नहीं हो पाते।
एफडी के प्रीमैच्योर विड्रॉल से जुड़े प्रश्न
अगर मैं एफडी को मैच्योरिटी से पहले तोड़ता हूं तो क्या होगा?
एफडी को मैच्योरिटी से पहले तोड़ने पर आपको कम ब्याज मिलेगा। और पेनल्टी भी भरनी होगी।
क्या एफडी का प्रीमैच्योर विड्रॉल करने से क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव पड़ता है?
नहीं, एफडी तोड़ने पर क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
क्या टैक्स सेवर डिपॉजिट का प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है?
नहीं, टैक्स सेविंग डिपॉजिट 5 साल की फिक्स्ड अवधि के साथ आती है और इस दौरान इसका विड्रॉल नहीं किया जा सकता।
प्रीमैच्योर विड्रॉल और प्रीमैच्योर क्लोजर में क्या अंतर है?
प्रीमैच्योर विड्रॉल और प्रीमैच्योर क्लोजर (what is premature closure) दोनों एक ही चीज़ है, जिसका मतलब एफडी को समय से पहले तोड़ना है।
SBI एफडी का प्रीमैच्योर विड्रॉल करने पर कितनी पेनल्टी लगती है?
अन्य सभी एफडी की तरह एसबीआई एफडी का प्रीमैच्योर विड्रॉल (premature withdrawal of fixed deposit sbi) करने पर पेनल्टी का भुगतान करना पड़ता है। अगर आपने एफबीआई में 5 लाख रु. से कम की एफडी कराई है तो एफडी तोड़ने पर 0.50% पेनल्टी ली जाएगी। वही अगर एफडी 5 लाख से अधिक राशि की है तो 1% पेनल्टी ली जाएगी।
क्या एफडी खोलने के 7 दिन में प्रीमैच्योर विड्रॉल करने पर कोई ब्याज मिलता है?
ज्यादातर बैंक एफडी खोलने के एक सप्ताह के भीतर इसे बंद करने पर कोई ब्याज नहीं देते।