अगर आप एक वरिष्ठ नागरिक हैं या आपके घर में कोई वरिष्ठ नागरिक है, और आप एक ऐसी योजना की तलाश में हैं जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे अच्छा मासिक आय प्रदान करता हो तो सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS Scheme) आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है। चलिए लेख में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के सभी आवश्यक पहलुओं के बारे में जानते हैं:
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
SCSS योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित एक बचत योजना है। जो 60 साल या रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागिरकों को एक रेगुलर इनकम प्राप्त करने में मदद करता है। योजना के तहत भारत का कोई भी निवासी सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंकों या पोस्ट ऑफिस में निवेश कर सकता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Senior Citizen Saving Scheme) में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। योजना की मैच्योरिटी समयावधि 5 साल की होती है। हालांकि निवेशक चाहे तो योजना को 3 साल के लिए बढ़ा सकते हैं, वो भी केवल एक बार ही।
सीनियर सिटीजन ब्याज दरें
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना स्मॉल सेविंग पर बेहतर रिटर्न देने वाली योजनाओं में से एक है। वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए ब्याज दर (SCSS Interest Rate) 8.2% है। SCSS की ब्याज दरों की समीक्षा हर तीन महीनों में की जाती है, और दरें समय के साथ बदलती रहती है। SCSS सरकारी योजना होने की वजह से इसमें गारंटीड रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम की अन्य विशेषताएं
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Saving Scheme) बेहतर ब्याज दरों के साथ गारंटीड रिटर्न तो देता ही है। इसके अलावा योजना की कुछ अन्य विशेषताएं भी है, जो निम्न प्रकार है:
- SCSS की मैच्योरिटी से पहले पैसे निकालने के नियम-
- अगर आप SCSS अकाउंट खोलने की तारीख से 1 साल पूरा होने से पहले ही स्कीम को बंद करते हैं तो आपको आपके निवेश पर कोई इंटरेस्ट नहीं मिलेगा।
- वहीं, अगर एससीएसएस अकाउंट को 2 साल से पहले बंद किया जाता है तो जमा राशि पर 1.5% जुर्माना के रूप में काटा जाता है।
- अगर SCSS अकाउंट खोलने के 2 से 5 साल के बीच योजना को बंद किया जाता है तो 1% जुर्माना भरना होगा।
नोट: SCSS अकाउंट खोलने की तारीख से 1 साल के बाद अकाउंट बंद करने पर कोई जु़र्माना नहीं लगेगा।
- अकाउंट होल्डर के निधन होन पर क्या होगा- अगर SCSS अकाउंट मैच्योर होने से पहले ही खाता धारक की मृत्यु हो जाती है, तो अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। और जमा राशि अकाउंट होल्डर के नॉमिनी को ट्रांसफर कर दी जाएगी। हालांकि इसके लिए SCSS अकाउंट होल्डर का डेट सर्टिफिकेट जमा करना होगा।
- टैक्स बेनिफिट- सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम टैक्स बेनिफिट भी देता है। इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के तहत SSCS योजना में निवेश कर निवेशक 1.5 लाख रु. प्रति वर्ष टैक्स छूट के लिए क्लेम कर सकते हैं।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम से संबंधित प्रश्न
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Post Office Senior Citizen Saving Scheme) क्या है?
SCSS एक सरकारी बचत योजना है, जिसमें देश का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है और 60 साल या रिटायरमेंट के बाद एक नियमित आय प्राप्त कर सकता है। योजना में 5 साल के लिए निवेश कर सकते हैं।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम अकाउंट कैसे खोलें?
देश के किसी भी सार्वजनिक/निजी क्षेत्र के बैंक या पोस्ट ऑफिस में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना खुलवाया जा सकता है। खाता खुलवाने के लिए अपने नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस जाएं, फॉर्म भरें और इसे केवाईसी दस्तावेजों के साथ जमा कर दें। केवाईसी डॉक्यूमेंट्स में आवेदक का पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ, आयु प्रमाण पत्र और 2 पासपोर्ट साइज फोटो शामिल होना चाहिए।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में कितनी राशि जमा कर सकते हैं?
SCSS योजना में 1,000 रु.की न्यूनतम राशि के साथ निवेश शुरू किया जा सकता है और अधिकतम 30 लाख रु. जमा कर सकते हैं। 1 लाख रु. तक की राशि कैश में और इससे अधिक राशि चेक के माध्यम से जमा करनी होगी।
पोस्ट ऑफिस में वरिष्ठ नागिरक के लिए सबसे अच्छी योजना कौन- सी है?
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम वरिष्ठ नागिरकों के लिए बेहतर निवेश विकल्प है। क्योंकि यह एफडी और अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में उच्च ब्याज दर प्रदान करता है। वित्त वर्ष 24-25 की तिमाही के लिए इसकी ब्याज दरें 8.2% है।
सीनियर सिटीजन सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए क्या योग्यता शर्तें होनी चाहिए ?
निम्नलिखित योग्यता शर्तों को पूरा करने वाले लोग सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में खाता खुलवाने के योग्य हैं:
- आवेदक की आयु 60 वर्ष या उससे अधिक हो
- 55-60 साल उम्र के रिटायर लोग, जिन्होंने वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) चुना हो
SCSS योजना 2024 की ब्याज दरें कितनी हैं?
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम ब्याज दर (senior citizen savings scheme interest rate) वित्त वर्ष 24-25 की तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए 8.2% है।