अगर आप भी सेविंग्स अकाउंट खोलने की सोच रहें है तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम सेविंग्स अकाउंट के प्रकार (Types of Savings Account) उसके फीचर्स, लाभ और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में बताने वाले है। जिससे आप अपनी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं I
सेविंग्स अकाउंट के प्रकार (Types of Savings Account)
रेगुलर सेविंग अकाउंट
- आप रेगुलर सेविंग अकाउंट को ब्रांच में जाकर या बैंक की वेबसाइट के माध्यम से तुरंत खोल सकते हैं।
- आपको इस सेविंग अकाउंट में निर्धारित न्यूनतम बैलेंस रखना होता है, और यदि आप इसे नहीं बनाए रखते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है।
- बैंक द्वारा तय ब्याज दरों के आधार पर आपको अकाउंट में जमा राशि पर ब्याज भी प्राप्त होता है ।
जीरो बैलेंस या बेसिक सेविंग बैंक अकाउंट
- जीरो-बैलेंस सेविंग अकाउंट, जैसा कि नाम से पता चलता है, एक ऐसा बैंक अकाउंट जिसमें आपको न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की ज़रूरत नहीं होती है।
- यदि आपके इस अकाउंट में जीरो बैलेंस है तब भी आपको कोई भी जुर्माना नहीं देना होगा।
महिला के लिए सेविंग्स अकाउंट
- ऐसे अकाउंट जो सिर्फ महिलाओं के लिए होते है कई सारे लाभ भी प्रदान करते हैं ।
- जैसे महिलाओं के लिए विशेष डेबिट कार्ड, क्रेडिट ऑफर, लोन लेने पर कम ब्याज, लॉकर पर डिस्काउंट, न्यूनतम बैलेंस में छूट जैसी अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
बच्चों लिए सेविंग्स अकाउंट
- बच्चों का सेविंग्स अकाउंट माता-पिता/अभिभावक द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के नाम पर खोला जा सकता है।
- इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि अकाउंट बच्चों को बैंकिंग की मूल बातें समझने में मदद करता है।
- ऐसे अकाउंट खोलने के लिए माता-पिता या अभिभावकों को अपना पहचान प्रमाण और डिक्लेरेशन फॉर्म देना होगा।
- बच्चों या जूनियर सेविंग्स अकाउंट में राशि जमा और खर्च करने की कुछ सीमाएं होती हैं।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स अकाउंट
- इस अकाउंट को वरिष्ठ नागरिक ( 60 वर्ष या उससे अधिक आयु) के लिए खोला जा सकता है।
- अकाउंट होल्डर इस अकाउंट पर कई तरह के लाभ उठा सकते हैं जैसे लोन पर कम ब्याज, इसके साथ ही कई बैंक वरिष्ठ नागरिकों को नियमित ब्याज दरों से 0.5% अधिक ब्याज मिलता है।
फॅमिली सेविंग्स अकाउंट
- एक परिवार के व्यक्ति एक फॅमिली आईडी के तहत कई अकाउंट खोल सकते हैं और कई बैंकिंग सेवाओं जैसे सेविंग अकाउंट, एफडी अकाउंट और आरडी का लाभ उठा सकते हैं।
- इन अकाउंट में शामिल लोग पति/पत्नी, बच्चे, माता-पिता, दादा-दादी, ससुराल वाले आदि हो सकते हैं।
NRI सेविंग अकाउंट
हर भारतीय या लीग जो विदेश में बसा हुआ है या रोजगार, व्यवसाय या पढ़ाई के लिए विदेश गया है, उसके पास NRI सेविंग्स अकाउंट होना चाहिए। यह बैंकिंग को और अधिक सुविधाजनक बनाता है, जिससे बुनियादी वित्तीय आवश्यकता पूरी होती है।
NRI अकाउंट तीन प्रकार के होते हैं और आप अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी अकाउंट चुन सकते हैं –
- FCNR: फॉरेन करेंसी नॉन -रेजिडेंट अकाउंट
- NRE: नॉन-रेजिडेंट एक्सटर्नल अकाउंट
- NRO: नॉन-रेजिडेंट आर्डिनरी अकाउंट
कंपनी सेविंग/सैलरी अकाउंट/कॉर्पोरेट अकाउंट
- इन अकाउंट के कई अलग-अलग नाम हैं।
- नौकरीपेशा कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से बनाया गया अकाउंट है, जहां मंथली सैलरी को उनके नियोक्ता द्वारा जमा किया जाता है।
- सैलरी अकाउंट में आपको न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
- सैलरी अकाउंट होल्डर के रूप में, आप चेकबुक/पासबुक, मंथली ई-स्टेटमेंट, डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग सेवाएं, क्रेडिट कार्ड ऑफर और नेट बैंकिंग का लाभ उठा सकते है।
- कुछ मामलों में, इन खातों पर बेहतर ब्याज दरें, कम शुल्क आदि लागू हो सकते हैं।
अन्य सेविंग्स अकाउंट
3 इन-1 अकाउंट
- इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, कुछ बैंक 3-इन-1 अकाउंट सेवा प्रदान करते हैं जहां उपयोगकर्ता तीनों सेविंग्स, ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट की सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।
ऑटो स्वीप सुविधा
- स्वीप इन/ आउट एक सरल सुविधा है जो बैंक देता है और आपको इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए इसके लिए बैंक में आवेदन करना होगा।
- इस सुविधा में सेविंग अकाउंट में तय की गई धनराशि से ज्यादा पैसे होने पर ये पैसे आपके द्वारा चुने गए निवेश विकल्प, जैसे कि FD या RD में स्विच हो जाते हैं। इससे आप अपने पैसे पर ब्याज कमा कर उन्हें बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
सेविंग्स अकाउंट के फीचर्स और लाभ
- आप सेविंग्स अकाउंट में जमा राशि पर 2.70% से लेकर 7.55% तक ब्याज कमाते सकते हैं।
- अधिकतर मामलों में, वरिष्ठ नागरिकों को नियमित ब्याज दरों से 0.5% अधिक ब्याज मिलता है।
- आपको सेविंग्स अकाउंट में डेबिट कार्ड या एटीएम कार्ड मिलते हैं जिनका उपयोग भुगतान करने, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने या एटीएम से कैश निकालने के लिए किया जा सकता है।
- अकाउंट के प्रकार और डेबिट कार्ड के आधार पर स्पेशल ऑफर का भी लाभ उठा सकते है।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं।
- नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग या बैंक ब्रांच में जाकर UPI, NEFT, IMPS या RTGS का उपयोग करके फंड ट्रांसफर करें।
- 5 लाख रुपये तक के बैंक जमा DICGC द्वारा सुरक्षित हैं।
- सेविंग्स अकाउंट से लिंक कर सकते है आरडी या लोन ईएमआई की सुविधा।
- अकाउंट होल्डर की पसंद के अनुसार ब्याज – महीने, क्वार्टरली , हाफ इयरली या इयरली प्राप्त कर सकते है।
सेविंग्स अकाउंट से जुड़े सवाल
सेविंग्स अकाउंट क्या होता है? (What is Savings Account)
सेविंग्स अकाउंट बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा पेश किया जाने वाला एक प्रकार का डिपॉजिट अकाउंट (Deposit Account) है जो व्यक्तियों को अपनी जमा राशि पर ब्याज प्रदान करते हुए अपने पैसे को सुरक्षित रूप से बैंक अकाउंट में रखता है।
सेविंग्स अकाउंट पर कितना ब्याज मिलता है?
सेविंग्स अकाउंट में जमा किया जाने वाला ब्याज आम तौर पर 2.70% से 7.75% प्रति वर्ष तक होता है।
सेविंग्स अकाउंट का बैलेंस कैसे चेक करें?
आप अपने सेविंग्स अकाउंट का बैलेंस ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरह से चेक कर सकते हैं। इसे ऑनलाइन चेक करने के लिए आप नेट और मोबाइल बैंकिंग, अकाउंट स्टेटमेंट, SMS बैंकिंग, UPI आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप बैंक ब्रांच या ATM पर जाकर भी बैलेंस चेक कर सकते हैं।
सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
- आईडी प्रूफ: पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस
- एड्रेस प्रूफ: ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पासपोर्ट, टेलीफोन / बिजली / पानी / क्रेडिट कार्ड आदि के बिल।
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
- यदि आवेदक सीनियर सिटीजन है तो उनकी उम्र के प्रमाण के साथ दस्तावेज़।
ध्यान दें: सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड अनिवार्य होता है। इसके अलावा बैंक आपकी वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए अन्य पहचान प्रमाण मांग सकते हैं।
क्या सेविंग्स अकाउंट के ATM कार्ड के लिए कोई शुल्क लिया जाता है?
हां, एटीएम/डेबिट कार्ड पर सालाना लगभग 150 रुपये का शुल्क लगता है, ध्यान दें यह एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग होता है। इसके साथ कई प्राइवेट बैंक यह शुल्क माफ कर देते हैं।
सेविंग अकाउंट का इंटरेस्ट रेट क्या है?
सभी बैंक अपने सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दरें (Savings Account Interest Rates) निर्धारित करते हैं जो आमतौर पर बचत की राशि के आधार पर 2.60% प्रति वर्ष से 8.00% प्रति वर्ष तक होती हैं। इसके साथ ही एक बैंक से दूसरे बैंक की ब्याज दर अलग हो सकती है।