महिलाओं को सशक्त बनाने और बिज़नेस में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार के साथ-साथ कई बैंक बिज़नेस लोन स्कीम चलाते हैं, जिनकी मदद से महिलाएं लोन लेकर नया बिज़नेस शुरू कर सकती हैं या अपने बिज़नेस को बढ़ा सकती हैं। अगर आप भी अपना बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं, तो पैसों की कमी को पूरा करने के लिए बिज़नेस लोन (business loan for women) ले सकती हैं।
मुद्रा लोन
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) सरकार की एक अहम स्कीम है, जिसे 2015 में शुरू किया गया था। इस स्कीम के तहत छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस स्कीम के तहत महिलाओं समेत कोई भी व्यक्ति अपना बिज़नेस शुरू करने के लिए लोन ले सकता है। सबसे खास बात यह है कि मुद्रा लोन (Mudra Loans) के तहत महिलाओं को लोन की ब्याज दरों में छूट का लाभ मिलता है। PMMY को तीन पार्ट में बांटा जाता है, जो शिशु, किशोर और यंग है। शिशु स्कीम के 50,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है, इसी तरह किशोर में 50,000 से 5 लाख रुपये का लोन और यंग के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये का लोन मिलता है।
सेंट कल्याणी स्कीम – सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
जो महिलाएं नया बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं या मौजूदा बिज़नेस को बढ़ाना चाहती हैं या उसकी जगह कोई दूसरा बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं, वे सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से सेंट कल्याणी (cent kalyani scheme) ले सकती हैं। इस बिज़नेस लोन का लाभ ग्रामीण और कुटीर उद्योगों, MSME और खेती, रिटेलिंग और सरकार समर्थित फर्मों में काम करने वाली महिलाएं उठा सकती हैं। इस लोन स्कीम के तहत महिलाओं को 1 करोड़ रुपये का लोन दिया जाता है, जिसके लिए किसी गारंटी या सिक्योरिटी की ज़रूरत नहीं होती।
PNB महिला उद्यमी स्कीम
पंजाब नेशनल बैंक की तरफ से महिलाओं के लिए शुरू की गई इस खास स्कीम में महिलाओं को 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। महिलाएं इस लोन का इस्तेमाल नई बिज़नेस यूनिट सेट करने, मौजूदा कारोबार का विस्तार करने, मौजूदा यूनिट को आधुनिक बनाने या बिज़नेस से संबंधित मशीनरी की खरीद के लिए कर सकती हैं। महिला उद्यमी लोन (mahila udyami loan) को चुकाने के लिए 5 साल का वक्त मिलता है। इस लोन का लाभ महिलाओं को तो मिलता ही है, साथ ही ऐसी फर्म/कंपनी को भी मिलता है, जहां शेयरहोल्डिंग और स्टेक कंट्रोल करने में महिलाओं की हिस्सेदारी कम से कम 50% है।
स्टैंड अप इंडिया स्कीम
स्टैंड-अप इंडिया योजना (stand up india scheme) की शुरुआत 2016 में की गई थी। इस योजना का उद्देश्य SC, ST वर्ग से संबंधित लोगों और महिलाओं को सशक्त बनाना है। स्टैंड-अप इंडिया स्कीम के तहत सिर्फ ऐसे बिजनेस को लोन दिया जाता है, जो मैन्युफैक्चरिंग, सर्विसेज, ट्रेडिंग या एग्रीकल्चर अलाइड एक्टिविटीज से जुड़े होते हैं और ऐसी कंपनियां जिनमें एससी/एसटी या महिला उद्यमियों की कम से कम 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होती है। इस स्कीम के तहत 10 लाख से 1 करोड़ रु. तक का लोन मिलता है, जिसका भुगतान 7 साल में करना होता है।
KBL महिला उद्योग लोन- कर्नाटक बैंक
कर्नाटक बैंक की KBL महिला उद्योग लोन स्कीम (kbl mahila udyog loan) के तहत अपना बिज़नेस शुरू करने या बढ़ाने के लिए लोन दिया जाता है। इस लोन का लाभ व्यक्तिगत तौर पर महिलाओं को तो मिलता ही है। साथ ही ऐसी फर्म/कंपनियों को भी दिया जाता है, जहां शेयरहोल्डिंग और स्टेक कंट्रोल करने में महिला उद्यमी की हिस्सेदारी कम से कम 51% है। स्कीम के तहत अधिकतम 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है, जिसकी भुगतान अवधि 10 साल होती है।
महिलाओं के लिए बिजनेस लोन से संबंधित प्रश्न
महिलाओं के लिए सरकार की बिज़नेस लोन योजनाएं कौन-सी हैं?
महिला उद्यमियों के लिए सरकार द्वारा कई बिज़नेस लोन स्कीम (business loan for women in india by governmentt) चलाई जाती हैं, जैसे- स्त्री शक्ति योजना, देना शक्ति योजना, मुद्रा लोन, CGTMSE, स्टैंड-अप इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया आदि।
क्या मुद्रा लोन किसी भी बैंक से लिया जा सकता है?
हां, आप सभी कमर्शियल बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंकों, NBFCs आदि में मुद्रा लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
महिलाएं बिज़नेस लोन के लिए कैसे आवेदन कर सकती हैं?
महिलाएं बैंकों या सरकार द्वारा चलाई जाने वाले स्कीम के तहत बिज़नेस लोन ले सकती हैं। लोन के लिए आवेदन करने के लिए आप उक्त बैंक की वेबसाइट या उस सरकारी योजना की वेबसाइट पर जाकर लोन के लिए अप्लाई कर सकती हैं।
क्या महिलाओं को बिज़नेस लोन लेने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर कुछ गिरवी रखने की ज़रूरत होती है?
यह बिज़नेस लोन के प्रकार पर निर्भर करता है कि आपको कुछ गिरवी रखना होगा या नहीं। हर बिज़नेस लोन से संबंधित नियम अलग-अलग होते हैं। ऐसे कई बैंक हैं जो बिना किसी कोलैटरल के बिज़नेस लोन देते हैं।