लोन एप्लीकेशन अक्सर रिजेक्ट हो जाती हैं। इसका कारण आवेदक द्वारा बैंक की शर्तों को पूरा ना करना होता है| ऐसे में अगर आपको पहले से ही रिजेक्शन के कारणों के बारे में पता हो तो आप अपनी अप्रूव्ल की संभावना को बढ़ा सकते हैं। इस लेख में बिज़नेस लोन एप्लीकेशन के रिजेक्शन (Business Loan Rejection) से संबंधित कुछ कारणों के बारे में बताया गया है।
भुगतान क्षमता
बिज़नेस में अच्छे कैश फ्लो से लोन यह पता चलता है कि आप लोन चुकाने में सक्षम है। वहीं अगर कैश फ्लो कम है तो इससे बैंक/NBFC को यह लगेगा कि आप लोन का भुगतान नहीं कर सकेंगे और आपको लोन देने में रिस्क है। बैंक उन उन लोगों को लोन देना पसंद करते हैं जो अपनी मासिक इनकम का 50-55% ही ईएमआई (वर्तमान ईएमआई और लिये जाने वाले लोन की ईएमआई) चुकाने में खर्च करते हैं।
अगर आप पहले से ही अपनी इनकम का बड़ा हिस्सा किसी अन्य लोन को चुकाने में खर्च कर रहे हैं, तो आपको नया लोन मिलना मुश्किल है।
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क्रेडिट स्कोर कम होना
बिज़नेस लोन एप्लीकेशन के रिजेक्ट होने के कारणों में से एक है क्रेडिट स्कोर का कम होना भी है। दरअसल, आपका क्रेडिट स्कोर आपके क्रेडिट हिस्ट्री के बारे में बताता है जिसमें आपके द्वारा लिए गए लोन/क्रेडिट कार्ड,उनकी EMI और बिल के भुगतान से संबंधित सारी जानकारी होती है।
अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री ख़राब है तो क्रेडिट स्कोर भी ख़राब ही होगा। कम क्रेडिट स्कोर वाले कस्टमर्स को लोन देने में बैंक को रिस्क होता है इसलिए जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर कम होता है उनके लोन एप्लीकेशन के रिजेक्ट होने की संभावनाएं अधिक होती हैं।
बिज़नेस प्लान प्रभावी न होना
बिज़नेस लोन लेने के लिए आपको सभी जानकारी और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ बिज़नेस प्लान भी जमा करना होता है। एक अच्छा बिज़नेस प्लान गेमचेंजर साबित हो सकता है और यह आपके लोन एप्लीकेशन के अप्रूव होने की संभावना को कई गुना बढ़ा सकता है।
बिज़नेस प्लान में आपके बिज़नेस संबंधित सभी जानकारी होती है। ध्यान रहे बिज़नेस प्लान को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं पेश किया जाना चाहिए। बिज़नेस प्लान ऐसा होना चाहिए जो बैंक को यह विश्वास दिलाए कि आप लोन का भुगतान करने में सक्षम हैं।
अपर्याप्त कोलैटरल
अगर आप सिक्योर्ड बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो आपको लोन लेने के लिए कुछ कोलैटरल/सिक्योरिटी जमा करनी पड़ती है। अगर कोलैटरल का मूल्य अप्लाई किए गए लोन से कम होता है तो लोन एप्लीकेशन के रिजेक्ट होने की संभावनाएं अधिक होती हैं।
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स्टार्टअप या बिना किसी क्रेडिट स्कोर वाले कस्टमर्स
बैंक/NBFC उन लोगों को लोन देना पसंद करते हैं जिनका बिज़नेस पुराना है या स्थापित है। इसके अलावा स्टार्ट-अप के मालिक या ऐसे लोग जिनका कोई क्रेडिट स्कोर नहीं है उन्हें लोन मिलने में मुश्किलें आती हैं या उनकी लोन एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया जाता है। इसलिए लोन अप्लाई करने से पहले ऐसे बैंकों/ NBFC के बारे में पता करें जो स्टार्टअप और न्यू टू क्रेडिट कस्टमर्स को लोन देने को तैयार हो।