सरकार बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए कई सारी स्कीम्स चलाती है। जिसमें से सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) एक लोकप्रिय स्कीम है। यह एक लॉन्ग टर्म निवेश स्कीम है, जिसमें निवेश करके आप अपनी बेटी की उच्च शिक्षा और विवाह जैसे खर्चों के लिए आसानी से धन जुटा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस योजना की ब्याज दरें कितनी है, फायदे व नुकसान क्या हैं और निवेश करने की प्रक्रिया क्या है।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना सरकार द्वारा शुरू की गई बेटियों के लिए बचत योजना है। इसे साल 2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ मुहिम के तहत शुरू किया गया था। योजना के तहत अभिभावक किसी कॉमर्शियल बैंक या पोस्ट ऑफिस में अपनी 10 वर्ष से कम आयु की बेटी के नाम से बचत खाता खुलवा सकते हैं। सुकन्या योजना का उद्देश्य माता-पिता द्वारा बेटी के भविष्य के लिए बचत को बढावा देना है।
इसलिए सरकार सुकन्या योजना पर अच्छा इंटरेस्ट रेट (Sukanya Samriddhi Yojana Interest Rate) भी ऑफर करती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 (Q4) के लिए 8.2% प्रति वर्ष की दर से ब्याज प्रदान किया जा रहा है। सुकन्या योजना में अकाउंट खोलने की तारीख से लेकर 15 वर्ष तक निवेश किया जाता है या फिर बेटी की आयु 18 वर्ष/21 वर्ष पूरा होने तक जारी रखा जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के फायदे
- गारंटीड रिटर्न – चूंकि सुकन्या समृद्धि योजना एक सरकारी योजना है, इसलिए इसमें गारंटीड रिटर्न मिलने का भरोसा है यानी जोखिम न के बराबर है।
- सुकन्या समृद्धि योजना ब्याज दर – SSY में PPF जैसी अन्य सरकारी योजनाओं की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलता है। वर्तमान में वित्त वर्ष 2023-24 (Q4) के लिए इसकी ब्याज दरें 8.2% है।
- कंपाउंडिंग का लाभ- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक लॉन्ग टर्म निवेश योजना है। साथ ही इसमें वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ भी मिलता है। इसलिए, अगर आप कम राशि भी निवेश करते हैं तो आपको लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
- फ्लेक्सिबल निवेश विकल्प- Sukanya Samriddhi Yojana के तहत एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रु और अधिकतम 1.5 लाख रु. तक निवेश किया जा सकता है। निवेशक अपनी क्षमतानुसार निवेश की राशि चुन सकते हैं।
- आसानी से अकाउंट ट्रांसफर- SSY अकाउंट को देश के एक बैंक/डाकघर से दूसरे बैंक/डाकघर में आसानी से ट्रांसफर करवाया जा सकता है।
- टैक्स बेनिफिट- सुकन्या समृद्धि योजना निवेशकों को टैक्स बेनिफिट भी प्रदान करता है। आयकर की धारा 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रु. तक टैक्स में योजना के तहत छूट मिलती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान
सुकन्या समृद्धि योजना के कुछ नुकसान निम्न प्रकार हो सकते हैं:
- इसमें 15 साल या बेटी की आयु 21 वर्ष होने तक जमा करना होता है। यानी पैसा लंबे समय तक फंसा रहता है।
- हर साल एक निश्चित राशि जमा करनी पड़ती है।
- एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.50 लाख रु. जमा कर सकते हैं।
- हर तीन महीने में ब्याज़ दर बदलने की संभावना रहती है।
- सीमित धन निकासी विकल्प है।
- नीति में बदलाव होने की संभावना है।
सुकन्या समृद्धि योजना ज़रूरी डाक्यूमेंट्स
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाने के लिए आपको कुछ आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने होंगे। जो एक बैंक/डाकघर से दूसरे बैंक/डाकघर में थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन आम तौर पर निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र- यह सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है जो बच्ची की उम्र और पहचान साबित करता है।
- माता-पिता/अभिभावक का पहचान प्रमाण– आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या मतदाता पहचान पत्र में से कोई भी एक।
- माता-पिता/अभिभावक का निवास प्रमाण– आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल या पासपोर्ट में से कोई भी एक।
- खाता खोलने का आवेदन पत्र– यह फॉर्म आपको बैंक या डाकघर से मिलेगा।
- दो पासपोर्ट साइज फोटो- बच्ची और माता-पिता/अभिभावक दोनों की एक-एक पासपोर्ट साइज फोटो।
- मोबाइल नंबर– आपके मोबाइल नंबर को खाते से लिंक किया जाएगा।
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता कैसे खोलें?
आप देश के किसी भी रजिस्टर्ड बैंक और डाकघर में सुकन्या समृद्धि योजना खुलवा सकते हैं। हालांकि अकाउंट ओपन करने की प्रक्रिया एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग हो सकती है। लेकिन यहां एक समान्य प्रक्रिया के बारे में बताया गया है:
- किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस (डाकघर) से सुकन्या समृद्धि योजना का एप्लीकेशन फॉर्म ले सकते हैं।
- फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेज़ जैसे कि बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का पहचान प्रमाण और निवास प्रमाण बैंक या डाकघर में जमा करें।
- खाता खोलते समय न्यूनतम 1000 रुपये जमा करना होता है।
- इसके बाद हर साल कम से कम 250 रु. जमा करना अनिवार्य है।
सुकन्या समृद्धि योजना के नियम
सुकन्य समृद्धि योजना खाता खुलवाने की कुछ नियम व शर्तें निम्न प्रकार है:
- योग्यता- यह योजना केवल 10 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए है।
- खाताधारक- खाता लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक के नाम से खोला जाता है।
- निकासी- इस योजना से बीच में पैसे नहीं निकाल सकते, हालांकि इमरजेंसी जैसी परिस्थितियों में निकासी कर सकते हैं।
- मैच्योरिटी- अकाउंट बालिका के 21 साल की उम्र या विवाह के समय (जो भी पहले हो) मैच्योर होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना से संबंधित प्रश्न
सुकन्या समृद्धि योजना की न्यूनतम राशि न जमा कर पाने पर क्या होगा?
अगर कोई सुकन्या अकाउंट होल्डर योजना की न्यूनतम राशि (250 रु.) भी जमा नहीं कर पाता है, तो उसके अकाउंट को ‘डिफॉल्ट अकाउंट’ कहा जाएगा। लेकिन इस डिफॉल्ट अकाउंट पर भी मैच्योरिटी की तारीख तक लागू ब्याज मिलता रहेगा। हालांकि ‘डिफॉल्ट अकाउंट’ को दुबारा से खोलना के लिए 15 साल पूरा होने से पहले योजना की न्यूनतम राशि+जुर्माना (250+ 50= 300) भरना होगा, तभी SSY अकाउंट रिओपन होगा।
सुकन्या खाता खोलने की उम्र कितनी है?
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत किसी बालिका के जन्म से लेकर उसके 10 साल से कम उम्र होने तक खाता खुलवाया जा सकता है। जो कि बालिका के 21 वर्ष होने पर मैच्योर होता है।
क्या सुकन्या योजना से मैच्योरिटी से पहले भी पैसे निकाले जा सकते हैं?
सुकन्या समृद्धि योजना से समय से पहले भी पैसे निकाले जा सकते हैं। हालांकि इसकी कुछ शर्तें हैं जैसे अगर लड़की की आयु 18 साल पूरी हो जाती है तब या फिर उसके 10वीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए 50% तक पैसा निकाला जा सकता है। पैसा एकमुश्त या किश्तों में मिल सकता है।
एक साल में सुकन्या समृद्धि योजना में कितनी राशि निवेश कर सकते हैं?
कोई भी निवेशक सुकन्या योजना में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रु. तक निवेश कर सकता है।
एसएसवाई योजना में कितने समय के लिए निवेश करना होता है?
सुकन्या योजना में 15 साल के लिए निवेश करना होता है। यानी निवेशक को अकाउंट खोलने की तारीख से लेकर 15 साल तक हर साल कम से कम अकाउंट में न्यूनतम राशि मैनटेन करना होता है। या फिर लड़की की आयु 18 वर्ष या 21 वर्ष होने तक निवेश करना होता है।
एसएसवाई के तहत कितने खाते खुलवाए जाएं सकते हैं?
एक परिवार में केवल दो बेटियों के नाम पर ही सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खुलवाया जा सकता है। हालांकि कुछ विशेष मामलों में दो से अधिक खाते खुलवाएं जा सकते हैं। जैसे अगर जुड़वां या तीन लड़कियों के जन्म से पहले एक लड़की का जन्म होता है या अगर पहले एक साथ तीन बच्चे पैदा होते हैं, तो तीसरा अकाउंट खोला जा सकता है।
क्या सुकन्या योजना को मैच्योरिटी से पहले बंद कर सकते हैं?
हां, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितयों जैसे अकाउंट होल्डर के निधन होने पर, किसी गंभीर बीमारी होने पर। इसके अलावा अगर केंद्र यह निर्देश जारी करता है कि निवेशक अकाउंट में निवेश करने योग्य नहीं है। तो सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट को समय से पहले बंद किया जा सकता है।
सुकन्या अकाउंट होल्डर अपना अकाउंट कब मैनेज कर सकती है?
लड़की नाबालिग होने (18 साल आयु पूरा होने पर) अपना सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खुद मैनेज कर सकती है।
सुकन्या का फॉर्म कब भरा जाता है?
चूंकि सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए है इसलिए बेटी के जन्म के बाद आप इसमें खाता खोलने के लिए फॉर्म किसी भी समय भर सकते हैं।
सुकन्या योजना में 14 वर्ष तक ₹1000 जमा करेंगे तो 18 वर्ष में कितना मिलेगा?
अगर आप 14 साल तक हर साल ₹1000 जमा करते हैं, जिस पर 8.2% वार्षिक ब्याज दर मिलता है, तो 18 साल में आपको लगभग ₹2,20,000 से ₹2,50,000 के बीच मिल सकता है। हालांकि यह राशि ब्याज दरों और आपके द्वारा किए गए अतिरिक्त जमा पर निर्भर करेगी।
सुकन्या समृद्धि योजना में पिता की मृत्यु हो जाने पर क्या होता है?
सुकन्या समृद्धि योजना में पिता की मृत्यु होने पर भी खाता जारी रहता है। हालांकि इसके संचालन की जिम्मेदारी खाते के नॉमिनी की होती है। अगर नॉमिनी नहीं है, तो बच्ची का कानूनी अभिभावक खाते का संचालन कर सकता है। और अधिक जानकारी के लिए बैंक या डाकघर से संपर्क करें।