अगर आपको अपने बिजनेस से संबंधित किसी काम के लिए पैसों की कमी पड़ रही है तो आप बिजनेस लोन (Business Loan) ले सकते हैं। बिजनेस लोन की ब्याज दरें कितनी है, बिजनेस लोन कैसे ले (Business Loan Kaise le) सकते हैं, जानने के लिए लेख पढ़ें:
बिजनेस लोन क्या है?
एक ऐसा लोन जो खासतौर पर बिजनेस से संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया जाता है। इसमें बिजनेस शुरू करना, बिजनेस बढ़ाने या व्यवसाय से संबंधित अन्य खर्चों को पूरा करना शामिल है। बिजनेस लोन कोई भी स्व-रोज़गार व्यक्ति, स्व-रोज़गार पेशेवर, निजी कंपनी या पार्टनरशिप फर्म और MSMEs आदि ले सकते हैं।
बिजनेस लोन ब्याज दरें
बिजनेस लोन की ब्याज दरें (Business Loan Interest Rate) एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग-अलग हो सकती है। इंटरेस्ट रेट आवेदक के क्रेडिट प्रोफाइल, बिजनेस के प्रकार, लोन राशि और आवेदक द्वारा गिरवी रखी जाने वाली सिक्योरिटी या कोलैटरल आदि पर निर्भर करता है।
हालांकि बिजनेस लोन देने वाले टॉप बैंकों में HDFC Bank की ब्याज दरें- 10.75% – 22.50% प्रति वर्ष, ICICI Bank की ब्याज दरें- 17% प्रति वर्ष तक, Axis Bank की ब्याज दरें-10.75% प्रति वर्ष और RBL Bank की ब्याज दरें 14% से 26% प्रति वर्ष के बीच होती है।
बिजनेस लोन के प्रकार
आमतौर पर बैंक व एनबीएफसी निम्नलिखित प्रकार के बिजनेस लोन प्रदान करते हैं:
- अनसिक्योर्ड टर्म लोन- लोन संस्थान MSMEs को उनकी बिजनेस जरूरतों जैसे- व्यवसाय को बढ़ाने, नई मशीन खरीदने, वर्किंग कैपिटल आदि से संबधित खर्चों को पूरा करने के लिए दिया जाता है। वो भी बिना किसी कोलैटरल या सिक्योरिटी के।
- सिक्योर्ड टर्म लोन- ये लोन कोलैटरल या सिक्योरिटी के बदले दिया जाता है। यानी इस लोन को लेने के लिए बैंक में कोई प्रॉपर्टी गिरवी रखनी होती है, तभी लोन मिलता है।
- अनसिक्योर्ड ओवरड्रॉफ्ट बिनजेस लोन- ये एक कोलैटरल फ्री क्रेडिट लाइन सुविधा है। जिसमें आवेदक को सीमित राशि मंज़ूरी के साथ एक ओवरड्राफ्ट अकाउंट दिया जाता है। आवेदक इस ओवरड्राफ्ट अकाउंट से जब चाहे तब पैसे निकाल सकता है।
- सिक्योर्ड ओवरड्रॉफ्ट बिजनेस लोन- बैंक व एनबीएफसी अपने मौजूदा कस्टमर को उनके सेविंग या करंट अकाउंट में सिक्योर्ड ओवरड्रॉफ्ट बिजनेस लोन प्रदान करते हैं। ये लोन आवासीय/वाणिज्यिक/औद्योगिक संपत्ति, फाइनेंशियल सिक्योरिटीज जैसे एलआईसी पॉलिसियां, केवीपी/एनएससी, फिक्स्ड डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड, आदि को गिरवी रखकर लिया जा सकता है।
- प्रोफेशनल बिजनेस लोन- यह लोन सेल्फ इंप्लॉइड प्रोफेशनल जैसे- डॉक्टर, मेडिकल पेटिशनर, आर्किटेक्चर, चार्टेड अकाउंटेंट जैसे पेशवरों को दिया जाता है। इस लोन राशि का इ्स्तेमाल सेल्फ इंप्लॉइड प्रोफेशनल अपने बिजनेस को बढ़ाने, ऑफिस निर्माण, मशीनरी खरीदने या दवाइयों का स्टॉक खरीदने आदि के लिए कर सकते हैं।
- बिल डिस्काउंटिंग लोन- जब कोई कारोबारी किसी कंपनी को उसके ऑर्डर की आपूर्ति कर देता है लेकिन तुरंत कंपनी की तरफ से भुगतान नहीं किया जाता। ऐसे में कारोबारी बिल डिस्काउंटिंग को वित्तीय संस्थान में दिखाकर भुगतान राशि का 75-80% प्राप्त कर सकता है। किसी भी तरह की देरी होने पर उधारकर्ता के कस्टमर को बैंक एक पूर्व निर्धारित ब्याज का भुगतान करेगा।
- मशीनरी फाइनेंस- यह एक ऐसी क्रेडिट सुविधा है जिसकी मदद से आवेदक अपने बिजनेस से संबंधित मशीन और अन्य इक्विपमेंट आदि खरीद सकता है।
- पर्चेंज फाइनेंसिंग- लोन संस्थान मैन्यूफैक्चरर्स, ट्रेडर और सर्विस प्रोवाइडर्स को पर्चेंज फाइनेंसिंग लोन ऑफर करते हैं ताकि वह अपने व्यवसाय के लिए लिये गए कच्चे माल के स्पलायर्स को भुगतान कर सकें।
- वर्किंग कैपिटल लोन- ये लोन बिजनेस की दिन-प्रतिदिन के खर्चों जैसे- कच्चे माल की खरीद, कर्मचारियों के वेतन आदि के प्रबंधन आदि को पूरा करने में मदद करता है।
- लाइन ऑफ क्रेडिट- लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) लोन संस्थान द्वारा जारी की गई एक भुगतान गारंटी है जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार में काम करने वाले व्यवसायों को अपने क्रेडिट जोखिम को कम करने में मदद करता है।
- मर्चेंट कैश एडवांस/पॉइंट ऑफ सेल- यह लोन सुविधा ऑनलाइन बिक्री में लगे या प्वाइंट ऑफ सेल मशीनों वाले स्मॉल और मीडियम एंटप्राइजेज को दी जाती है। इसमें लोन रिपेमेंट कंपनियों के ऑनलाइन बिक्री या पीओएस मशीनों के माध्यम से की गई बिक्री से प्राप्त राशि के द्वारा की जाती है।
बिजनेस लोन से संबंधित सवाल
ऑनलाइन बिजनेस लोन कैसे लें?
जिस भी बैंक/NBFCs से बिजनेल लोन लेना है उसके ऑफिशियल बेवसाइट पर जाएं और लोन के लिए आवेदन करें। ध्यान रखें सभी लोन संस्थान में इंटरेस्ट रेट, लोन राशि, मार्जिन, कोलैटरल आवश्यकता, फीस और चार्जेस, योग्यता शर्तें आदि एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग-अलग हो सकती है।
बिजनेस लोन कितने दिन में मिल जाता है?
बिजनेस लोन मिलने में कुछ दिन से लेकर कुछ महीनों तक का समय लग सकता है। यह लोन संस्थान, बिजनेस लोन के प्रकार आदि जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
बिजनेस लोन कितने प्रकार का होता है?
बिजनेस से जुड़े अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके कई प्रकार हैं।
- अनसिक्योर्ड टर्म लोन
- सिक्योर्ड टर्म लोन
- अनसिक्योर्ड ओवरड्रॉफ्ट बिजनेस लोन
- सिक्योर्ड ओवरड्रॉफ्ट बिजनेस लोन
- प्रोफेशनल बिजनेस लोन
- बिल डिस्काउंटिंग
- मशीनरी फाइनेंस
- वर्किंग कैपिटल लोन
- पर्चेंज फाइनेंस
- लेटर ऑफ क्रेडिट
- मर्चेंट कैश एडवांस
बिजनेस लोन (Business Loan)की भुगतान अवधि कितनी होनी चाहिए?
शार्ट टर्म बिजनेस लोन की भुगतान के लिए आमतौर पर 12 महीनों का समय दिया जाता है, और लॉन्ग टर्म बिजनेस लोन के लिए 5 साल तक की अवधि चुन सकते हैं।
भारत सरकार कौन-कौन सी बिज़नेस लोन योजनाएं चलाती है?
भारत सरकार की कुछ मुख्य बिज़नेस लोन योजनाएं हैं, पीएम मुद्रा लोन योजना (PM Mudra Loan), सिडबी लोन, CGTMSE, PMEGP, स्टैंड-अप इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, 59 मिनट में PSB लोन, NSIC, नाबार्ड, आदि।
बिजनेस लोन लेने की योग्यता शर्तें क्या है?
बिजनेस लोन देने की एलिजब्लिटी अलग-अलग बैंकों में भिन्न हो सकती है। हालांकि कुछ सामान्य योग्यता शर्ते निम्नलिखित प्रकार है:
- लोन लेते समय आवेदक की आयु 21 वर्ष और लोन मैच्योरिटी के समय 65 वर्ष होनी चाहिए.(बैंक के आधार पर अलग हो सकता है।)
- न्यूनतम बिजनेस विंटेज- 3 साल (कुछ लेंडर 5 साल भी देते हैं)
- न्यूनतम बिजनेस टर्नओवर- 90,000 से लेकर 250 करोड़ से अधिक
- क्रेडिट स्कोर- 750 या उससे अधिक
- न्यूनतम आय- 1 लाख रु. प्रति वर्ष
- MSMEs, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट सेक्टर और पब्लिक सेक्टर की कंपनियां, सेल्फ इंप्लॉइड इंडिवुअल या सेल्फ इंप्लॉइड प्रोफेशनल लोन लेने के योग्य है।
बिजनेस लोन लेन के लिए न्यूनतम क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए?
बिजनेस लोन देने के लिए क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर अलग-अलग बैंक में भिन्न हो सकता है। हालांकि 700 या उससे अधिक क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों को लोन मिलने की संभावना अधिक होती है, विशेष रुप से अनसिक्योर्ड लोन।