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Loan Against Property: जानें LAP क्या है और इसके फायदे व योग्यता शर्तों के बारे में…

Loan Against Property: जानें LAP क्या है और इसके फायदे व योग्यता शर्तों के बारे में…
Vandana Punj
Vandana Punj

लोन अंगेस्ट प्रॉपर्टी (Loan Against Property) आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है अगर आपको अधिक लोन राशि की जरूरत है और आपके पास प्रॉपर्टी है। इस लोन की खास बात ये होती है कि समय से EMI पेमेंट करते रहने पर आप अपनी प्रॉपर्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं, मॉर्गेज लोन न चुका पाने की स्थिति में बैंक बकाया राशि रिकवर करने के लिए आपकी संपत्ति को नीलाम कर सकता है। लेख में जानें प्रॉपर्टी पर लोन कैसे लें और इसके फायदें क्या हैं।

लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी क्या है?

अपनी संपत्ति को बैंक के पास गिरवी रख कर कर्ज लेना, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) के नाम से जाना जाता है। इसे मॉर्गेज लोन (Mortgage Loan) भी कहते हैं। यह एक सिक्योर्ड लोन होता है क्योंकि इसमें संपत्ति गिरवी रख कर लोन लिया जा रहा है। इसलिए इसकी ब्याज दरें अनसिक्योर्ड लोन की तुलना में कम होती है।

प्रॉपर्टी पर लोन उन लोगों के लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है, जो अधिक राशि वाला लोन लेना चाहते हैं। इसके तहत लोन राशि का निर्धारण गिरवी रखी जा रही प्रॉपर्टी के मूल्य पर निर्भर करता है। आमतौर पर बैंक संपत्ति के मूल्य का 50% से 70% तक लोन देते हैं।

प्रॉपर्टी पर लोन कैसे मिलता है?

आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से प्रॉपर्टी पर लोन ले सकते हैं। ऑफलाइन लोने लेने के लिए बैंक की शाखा में जाकर आवेदन करें। जबकि ऑनलाइन आवेदन करने के लिए बैंक की ऑफिशियल बेवसाइट, नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप के ज़रिए आवेदन करें। हालांकि आवेदन की प्रक्रिया एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग हो सकती है:

  • प्रॉपर्टी लोन लेने के लिए सबसे पहले एक लोन आवेदन फॉर्म भरें, जिसमें आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो हो, आपकी वर्तमान इंप्लायमेंट और कोलैटरल संपत्ति समेत अन्य डिटेल्स दर्ज करें।
  • बैंक का प्रतिनिधि आपके डिटेल्स को वैरिफाई करेगा। साथ ही क्रेडिट स्कोर भी चेक करेगा। 
  • इसके बाद संबंधित डॉक्यूमेंट्स जैसे- आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, इनकम प्रूफ और प्रॉपर्टी दस्तावेज़ जमा करें। बैंक अतिरिक्त दस्तावेज़ की भी मांग कर सकता है। इसके बाद बैंक इन डॉक्यूमेंट्स को वैरिफाई करेगा।      
  • डॉक्यूमेंट्स वैरिफाई होने के बाद बैंक गिरवी रखे संपत्ति पर एक सेंक्शन लेटर जारी करेगा।
  • अगर आप इस लेटर को स्वीकार करते हैं तो बैंक दूसरे चरण की वैरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू करेगा। जिसमें वह चेक करेगा कि प्रॉपर्टी कानूनी है या नहीं, उसकी वर्तमान मार्केट वैल्यू कितनी है आदि।
  • उपरोक्त प्रक्रिया होने के बाद लोन राशि आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

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प्रॉपर्टी लोन लेने की योग्यता शर्तें

लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी का लाभ लेने के लिए आवेदकों को कुछ योग्यता शर्तों (Loan Against Property Eligibility) पूरी करनी होगी। हालांकि ये शर्तें हर बैंक या लोन संस्थान में अलग-अलग हो सकती है। फिर भी कुछ सामान्य योग्यता शर्तों के बारे में बताया गया है:

  • संपत्ति का प्रकार- कौलेटरल प्रॉपर्टी भारत में होनी चाहिए। हालांकि प्रॉपर्टी रेज़िडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल किसी भी प्रकार की हो सकती है।
  • न्यूनतन और अधिकतम आयु- 18 वर्ष से 70 वर्ष का कोई भी व्यक्ति प्रॉपर्टी पर लोन लेने के योग्य है।
  • रोजगार का प्रकार- नौकरीपेशा और गैर-नौकरीपेशा दोनों लैप लोन आवेदन के योग्य हैं।
  • आय- नौकरी या बिजनेस से आवेदक न्यूनतम प्रतिमाह 25,000 रु. कमाता हो।

अगर आप उपरोक्त योग्यता शर्तों को पूरा करते हैं तो प्रॉपर्टी लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद बैंक या एनबीएफसी आपके संपत्ति का बाजार मूल्यांकन करेगा और उसी आधार पर आपके लोन आवेदन को स्वीकार या अस्वीकार कर सकता है।

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प्रॉपर्टी पर लोन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज़

लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी लेने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की ज़रूरत होती है:

  • आईडी प्रूफ- पासपोर्ट, वोटर आईडी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस (इनमें से कोई एक)
  • एड्रेस प्रूफ- राशन कार्ड, टेलीफोन बिल, पासपोर्ट कॉपी आदि (इनमें से कोई एक)
  • आयु प्रमाण पत्र- पैन कार्ड, पासपोर्ट, आदि
  • पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट, पिछले 6 माह की सैलरी स्लिप (कोई एक)
  • आय संबंधि दस्तावेज- फॉर्म 16, या पिछले तीन साल का इनकम टैक्स रिटर्न (ITR)
  • साथ ही गिरवी रखी जाने वाली प्रॉपर्टी से जुड़े डॉक्यूमेंट्स जमा करना होगा।

प्रॉपर्टी पर लोन की विशेषताएं व लाभ

  • ब्याज दरें- चूंकि लैप लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है। इसलिए बैंक या लोन संस्थान को ये लोन देने में कम जोखिम होता है। जिसके चलते इसकी ब्याज दरें भी कम होती है। अंत: यह लोन आवेदकों के लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
  • अधिक लोन राशि- अन्य लोन विकल्पों की तुलना में प्रॉपर्टी पर लोन में अधिक लोन राशि मिलने की उम्मीद होती है। क्योंकि इसमें प्रॉपर्टी के बदले लोन लिया जाता है। हालांकि लोन राशि प्रॉपर्टी वैल्यू के 50% से 70% हो सकता है।
  • लोन राशि का फ्लेक्सिबल उपयोग- प्रॉपर्टी लोन के तहत मिलने वाली राशि का इस्तेमाल जोखिम भरे कामों को छोड़कर पर्सनल और प्रोफेशनल जैसे होम रेनोवेशन, डेट कंसोलिडेशन, व्यापार बढ़ाने आदि से संबंधित वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • लोन रिपेमेंट में आसानी- लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी की समयावधि बैंक दर बैंक अलग हो सकती है। हालांकि कुछ बैंक या लोन संस्थान लोन आवेदक को उनकी सुविधानुसार लोन रिपेमेंट के लिए शॉर्ट या लॉन्ग टर्म, फिक्स्ड या फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट चुनने की सुविधा देते हैं।
  • टैक्स बेनिफिट- लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी पर दिये गए ब्याज पर आयकर अधिनियम,1961 की धारा 37(1) के तहत टैक्स में छूट मिलती है। अगर लोन राशि का इस्तेमाल नया घर खरीदने के लिए किया जाता है, तो आयकर अधिनियम की धारा 24 के तहत लोन पर दिये गए ब्याज पर आपको टैक्स में 2 लाख रु.तक की छूट मिलेगी।
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लोन अंगेस्ट प्रॉपर्टी से संबंधित प्रश्न

प्रॉपर्टी पर मुझे कितना लोन मिल सकता है?

आमतौर पर बैंक संपत्ति के मूल्य का 50% से 70% तक लोन देते हैं।

किसी प्रॉपर्टी की वैल्यू को कैसे कैलकुलेट किया जाता है?

किसी प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू वह कीमत होती है जो मौजूदा परिस्थितियों में प्रॉपर्टी को बेचने पर प्राप्त हो सकती है।

किस तरह की प्रॉपर्टी पर लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) ले सकते हैं?

बैंक या लोन संस्थान किस तरह की संपत्ति पर लोन देंगे, यह बैंक पर निर्भर करता है। हालांकि ज्यादातर बैंक या एनबीएफसी रेज़िडेंशियल, कमर्शियल या इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टी को लोन के लिए मंज़ूर करते हैं। इसके साथ ही बैंक यह भी देखता है कि प्रॉपर्टी किस जगह है, कितनी पुरानी है और उसका मार्केट वैल्यू क्या है।

अगर प्रॉपर्टी मेरे नाम पर नहीं है तो क्या मुझे प्रॉपर्टी पर लोन मिल सकता है?

ऐसे मामलों में जिसके नाम पर संपत्ति होगी वह पहले उधारकर्ता होंगे या फिर उधारकर्ताओं में से एक होंगे, और इस तरह आपको लोन मिल सकता है।

प्रॉपर्टी लोन कितने दिन में मिल जाता है?

प्रॉपर्टी लोन मिलने में लगने वाला समय बैंक-दर-बैंक अलग हो सकता है। हालांकि आईसीआईसीआई होम फाइनेंस 72 घंटे में ही लोन ऑफर करने का दावा करता है।

क्या बिना इनकम प्रूफ के प्रॉपर्टी पर लोन मिल सकता है?

हां कुछ स्थितियों में बिना इनकम प्रूफ के भी प्रॉपर्टी पर लोन मिल सकता है। लेकिन, यह पूरी तरह से आपके द्वारा गिरवी रखी जा रही संपत्ति के मूल्य और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करता है। चूंकि प्रॉपर्टी पर लोन एक सिक्योर्ड लोन है इसलिए इसमें आय से ज्यादा गिरवी रखे जा रहे प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट्स को महत्व दिया जाता है। हालांकि लोन न चुका पाने की स्थिति में बैंक आपकी संपत्ति को नीलाम करके अपने रकम की वसूली कर सकता है।

प्रॉपर्टी लोन और होम लोन में क्या अंतर है?

आप होम लोन, नया घर खरीदने, मौजूदा घर का निर्माण या पुनर्निर्माण करने के लिए ले सकते हैं। यह आमतौर पर आवासीय संपत्ति जैसे- घर, अपार्टमेंट या प्लॉट आदि पर दिया जाता है। इसकी ब्याज दरें अन्य प्रकार के लोन की तुलना में कम होती है।

वहीं, प्रॉपर्टी पर लोन का इस्तेमाल आप किसी भी काम जैसे- बिजनेस बढ़ाने, बच्चों की पढ़ाई या शादी और अन्य पर्सनल वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कर सकते हैं। यह लोन किसी भी तरह की प्रॉपर्टी पर दिया जाता है जैसे- आवासीय, वाणिज्यिक या औद्योगिक आदि। इस लोन की ब्याज दरें होम लोन की तुलना में थोड़ी अधिक होती है।

क्या मुझे प्रॉपर्टी पर 100% लोन मिल सकता है?

अधिकांश बैंक और वित्तीय संस्थान संपत्ति के मूल्य का 80% से 90% तक का ही लोन देते हैं। इसे लोन टू वैल्यू (Loan to Value-LTV) रेश्यो कहते हैं। बाकी 10% से 20% हिस्सा आपको खुद भुगतान करना होता है।

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