अचानक से नौकरी चले जाना किसी के लिए भी हैरान कर देने वाली घटना हो सकती है। ऐसा होने पर घबराना और परेशान होना लाजमी है। पर इस बुरे समय पर समझदारी भरे निर्णय लेना और खुद को शांत रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना महत्वपूर्ण आने वाली परेशानियों से निपटने के लिए वित्तीय रूप से तैयार रहकर तनाव को कम करना हैं। इसलिए नीचे कुछ सुझाव दिए हैं जो आपके लिए कठिन समय में मददगार साबित होंगे इसके साथ ही कुछ ऐसे सुझाव भी है जिन्हे पहले से अपनाकर आपको फाइनेंशियल इमरजेंसी के तैयार रहना चाहिए.…
इमरजेंसी फंड बनाएं
मुश्किल दिनों के लिए एक इमरजेंसी फंड जरूर तैयार कर लें। हो सकता है कि आप यह सोचें कि आपको इसकी क्या ही जरूरत है? पर यदि कल को आपकी नौकरी चली जाती है और आपकी आय के सारे स्रोत बंद हो जाते है तब इमरजेंसी फंड एक बैकअप के रूप में कार्य करेगा। इमरजेंसी फंड आपके महीने के खर्चों और आपकी आय पर डिपेंड करता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखे कि इमरजेंसी फंड कम से कम 6 महीने की इनकम के बराबर होना चाहिए। ताकि अगर किसी भी कारण से आपकी नौकरी छूट भी जाती है, तो आपके मौजूदा निवेश पर असर न पड़े, घरेलू बजट सही रहे और इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये किसी व्यक्ति को फाइनेंशियल इमरजेंसी में उधार लेने से बचाता है। यह फंड सुनिश्चित करेगा कि आप अगले कुछ महीनों तक इन पैसों से अपने खर्चे चला सकते हैं, जब तक कि आपको दूसरी नौकरी नहीं मिल जाती।
हेल्थ इंश्योरेंस भी है एक बुनियादी ज़रूरत
एक बार नौकरी चले जाने के बाद अक्सर कंपनी द्वारा दिया जाने वाला हेल्थ इंश्योरेंस भी खो देते हैं। इसलिए सिर्फ कंपनी के द्वारा दिए जाने वाले बीमा पर ही निर्भर न रहें, क्योंकि यह एक बुनियादी जरूरत है और आपको इसके बारे में इसी तरह सोचना चाहिए। अचानक मेडिकल इमरजेंसी आपको कर्ज के जाल में फंसा सकती हैं पर हेल्थ इंश्योरेंस आपको इस जोखिम से निकाल सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस होने से आपके पति/पत्नी, बच्चों और माता-पिता के पास फाइनेंशियल सिक्योरिटी और सेफ्टी भी रहती हैं। इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस में निवेश करने की सलाह दी जाती है।
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अपने इनकम के सोर्स को बढ़ावा दें
नौकरी को इनकम का एकमात्र सोर्स बनाने से यह आपको पूरी तरह से इस पर निर्भर बना देगा जो की सही नहीं है। एक से अधिक इनकम होने से न केवल आपकी आय बढ़ती है बल्कि यदि आपकी नौकरी छूट भी जाती है तो दूसरा इनकम का स्रोत आपको वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। आप अपनी रुचियों और कौशल के आधार पर इनकम के लिए कोई छोटा व्यवसाय शुरू कर सकते है, पार्ट टाइम जॉब और फ्रीलांसिंग जैसे आदि जैसे क्षेत्रों में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला सकते हैं।
एक नया मंथली बजट बनाएं
यदि आप बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं, तो अपने घरेलू बजट का पुनर्मूल्यांकन करें और बजटिंग मेथड्स अपनाएं। इसके बाद, अपने खर्चों की समीक्षा करें और इच्छाओं और आवश्यकताओं के बीच अंतर समझे। जरूरतों में भोजन,घर, कपड़े और शिक्षा जैसी बुनियादी चीजें शामिल हैं। मूवी टिकट, गेम, साइकिल, घूमना या नया स्मार्टफोन आदि चीजें इच्छाओं में आती है। उन सभी चीजों पर एक बार फिर विचार करें जो आपके लिए अत्यंत आवश्यक है और अपने मासिक खर्चों की एक सूची बनाएं और तय करें कि आप किसमें कटौती कर सकते हैं। जिसके बाद अपनी समझ के अनुसार अपने मासिक खर्चों का निर्णय लें।
दूसरी नौकरी की खोज शुरू करें
एक बार जब आप अपनी नौकरी खो देते हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप अपने करियर में कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं, इसके बारे में एक योजना बनाएं और उसके अनुसार नौकरी के विकल्प तलाशें। आप दूसरी नौकरी की खोज शुरू कर सकते हैं और ऑनलाइन जॉब पोर्टल या कंपनी की वेबसाइटों के माध्यम से आवेदन भेज सकते हैं और अपनी पसंदीदा कंपनी में काम करने वालों के साथ नेटवर्किंग करके भी जानकारी ले सकते हैं। यह करने से हो सकता है आपको जल्द रोजगार मिल जाएं।
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मनोरंजन जैसे खर्चों को कम करें
अधिकांश परिवार और व्यक्ति अपनी सैलरी को मनोरंजन के कुछ सामान्य रूपों जैसे फिल्में, घूमने जाना, खरीदारी आदि पर खर्च करते हैं। हालांकि, नौकरी छूटने के बाद पैसे बचाने के लिए जितना हो सके इन खर्चों को कम करना ही समझदारी है। ऐसा नहीं है कि अपने मनोरंजन को पूरी तरह खत्म कर दें बल्कि, कम करें और ऐसे विकल्प खोजें जो आपकी वर्तमान वित्तीय स्थिति के लिए बेहतर हों।
उदाहरण के लिए: किराने के सामान की कीमत बाहर से मंगवाए गए खाने की तुलना में बहुत कम है आप घर पर खाना बना सकते है। साथ ही, इंटरनेट डेटा अनलिमिटेड सेवा देता है जिसके चलते फिल्में फोन, लैपटॉप और टेलीविजन पर उपलब्ध हैं। केवल आवश्यक होने पर ही खरीदारी करें।
लोन लेने पर विचार न करें
इस समय आपको एक चीज से हर कीमत पर बचना चाहिए, वह है पर्सनल लोन या अपने क्रेडिट कार्ड पर लोन लेना। हो सकता है यह लोन आपको पैसों की परेशानियों से बाहर निकलने का आसान तरीका लग सकता है, लेकिन अगर ध्यान से सोचा जाएं तो ऐसा नहीं है जल्दबाजी में आप लोन लेकर पैसों की परेशानियों को कुछ समय के लिए हल तो कर सकते है पर एक से अधिक बैंकों और एनबीएफसी के साथ ब्याज दरों की तुलना न करने के कारण आपको अधिक ब्याज दरों पर पर्सनल लोन लेना पड़ सकता है।
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निष्कर्ष
अचानक से नौकरी चले जाना किसी के लिए भी तनावपूर्ण हो सकता है, फिर भी पहले से कुछ तैयारी करने से इस तनाव का कुछ बोझ कम हो सकता है। और याद रखें कि नौकरी छूटना दुनिया का अंत नहीं है। एक बार फिर अपनी रुचियों और कौशल को बढ़ाएं और अपने लिए सबसे बेस्ट नौकरी के विकल्प तलाशें।