क्रेडिट स्कोर

इन चीज़ों का प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पड़ता

इन चीज़ों का प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पड़ता
Bharti
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भारत में भी अब धीरे-धीरे क्रेडिट स्कोर की महत्वता बढ़ती जा रही है, क्रेडिट कार्ड और लोन लेने से लेकर इंश्योरेंस का प्रीमियम तय करने तक के लिए क्रेडिट स्कोर ज़रूरी हो गया है। लेकिन बहुत से लोग अभी भी इस बात को समझ नहीं पाते है कि उनकी फाइनेंशियल लाइफ से जुड़ी किन चीज़ों का प्रभाव उनके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है और किन चीज़ों का नहीं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है कि किन चीज़ों का प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पड़ता है, ताकि आप किसी भी तरह की गलत जानकारी पर विश्वास न कर लें।

इनकम और संपत्ति का प्रभाव क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है:

कुछ लोग ये मानते हैं कि संपत्ति और इनकम के आधार पर क्रेडिट स्कोर तय होता है और जितनी अधिक इनकम होगी उतना अधिक क्रेडिट स्कोर होगा। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, आपका क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर तय किया जाता है। ऐसे में अगर आपकी सैलरी ज़्यादा है लेकिन क्रेडिट हिस्ट्री खराब है, तो आपका क्रेडिट स्कोर कम होगा।

बैंक अकाउंट व डेबिट कार्ड के ज़रिए क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं :

डेबिट कार्ड या बैंक अकाउंट के जरिए आप जो भी पैसा खर्च करते हैं, वो आपका अपना पैसा होता है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। आप नॉन-क्रेडिट अकाउंट यानी सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट, एफडी व आरडी जैसे अकाउंट का कोई प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर नहीं पड़ता है। केवल क्रेडिट अकाउंट यानी लोन अकाउंट, क्रेडिट कार्ड अकाउंट आदि का असर ही क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।

ये भी पढ़ें: क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर के बीच क्या है अंतर, जानें

पैसे खर्च करने से क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है:

आप चाहे ज़्यादा खर्च करें या कम इससे आपके क्रेडिट स्कोर का कोई लेना- देना नहीं है। लेकिन अगर आप खर्च के लिए अपने क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य क्रेडिट प्रोडक्ट का उपयोग कर रहे हैं तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है।

बिल भुगतान:

कुछ लोगों का मानना है कि वो समय पर अपने गैस, पानी और बिजली जैसे मासिक बिलों का भुगतान करते हैं, तो उनका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा। जबकि ऐसा नहीं है, भले ही आप इन बिलों का भुगतान अपने सेविंग अकाउंट से कर रहे हों, बैंक इन ट्रांजेक्शन की रिपोर्ट क्रेडिट ब्यूरो को नहीं देते हैं।

बार-बार चेक करने से क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है:

कुछ लोगों को लगता है कि बार-बार अपना क्रेडिट स्कोर चेक करने से वो कम हो जाता है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है, इसके विपरीत ये सलहा दी जाती है कि आपको समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करना चाहिए ताकि उसमें कोई भी बदलाव आने पर आपको पता चल जाए और आप इसको ठीक कर सके। बता दें कि, लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने पर जब बैंक/ लोन संस्थान आपका क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं तब आपका क्रेडिट स्कोर कुछ पॉइंट कम होता है।

ये तो थे कुछ ऐसे कारक जो आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित नहीं करते है। इसके साथ ही आप एक नजर आप क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले कारकों पर भी जरूर डालिए।

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