अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान न कर पाने पर कस्टमर्स पूरे बिल को या उसके कुछ हिस्से को EMI में कंवर्ट कर सकते हैं। इसके अलावा अगर वे किसी बड़ी खरीदारी का एक साथ भुगतान नहीं कर पाते तो उसका भुगतान आसान किस्तों में कर सकते हैं। हालांकि, क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाली EMI सुविधा का लाभ उठाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है जिससे आपको बाद में पछताना न पड़े।
लागू ब्याज दर और चार्ज़ेंस का ध्यान रखें
क्रेडिट कार्ड के ज़रिए बिल को EMI में कंवर्ट करने पर आपको ब्याज और कुछ चार्जेस का भुगतान करना पड़ता है। आप जितनी अवधि के लिए EMI की सुविधा का लाभ लेते हैं, उतनी अवधि के लिए आपको ब्याज का भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा कुछ बैंक/एनबीएफ़सी EMI कंवर्जन पर प्रोसेसिंग फीस भी लेते हैं। ऐसे में अगर आपके पास 2-3 क्रेडिट कार्ड हैं तो उन पर लगने वाली ब्याज दरों की तुलना ज़रूर कर लें, और अपने लिए सबसे किफायती विकल्प चुनें।
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अन्य विकल्प हैं या नहीं ये ज़रूर देख लें
क्रेडिट कार्ड पर EMI की सुविधा का लाभ उठाने से पहले यह ज़रूर चेक कर लें कि नो-कॉस्ट EMI का विकल्प उपलब्ध है या नहीं। क्योंकि नो-कॉस्ट ईएमआई में ब्याज नहीं देना होता, सिर्फ खरीद की लागत का भुगतान किस्तों में करना होता है। इसके अलावा कई बार क्रेडिट कार्ड कस्टमर्स को पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड के बदले लोन की सुविधा दी जाती है, जिसकी ब्याज दर रेगुलर कार्ड ईएमआई से कम होती है।
EMI पर क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा
इस सुविधा के तहत कस्टमर्स अपने क्रेडिट कार्ड के बकाया बिल को किसी अन्य क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर कर (जिसे किसी अन्य बैंक ने जारी किया है) उसे EMI में बदल सकते हैं। यह सुविधा उन कस्टमर्स के लिए उपयोगी है जिनके बैंक उन्हें क्रेडिट कार्ड पर EMI कंवर्जन की सुविधा नहीं दे रहे या उस पर अधिक ब्याज वसूल रहें हैं।
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भुगतान अवधि
क्रेडिट कार्ड ईएमआई कंवर्जन की भुगतान अवधि आमतौर पर 3 से 60 महीनों के बीच होती है। आप जितनी लम्बी अवधि चुनेगे आपकी ईएमआई राशि तो उतनी कम हो जाएगी, लेकिन ब्याज लागत उतनी ही ज़्यादा बढ़ जाएगी। इसलिए, अपने अन्य ज़रूरी मासिक खर्चों को देखते हुए छोटी से छोटी अवधि चुनें।