“अपना घर” हर किसी का सपना होता है, कई लोग इस सपने को होम लोन (Home Loan) की मदद से पूरा करते हैं। चूंकि होम लोन में बड़ी राशि लोन ली जाती है, इसलिए ये एक लंबे समय का उत्तरदायित्व होता है। ब्याज दरें इस उत्तरदायित्व को बढ़ा या घटा सकती है इसलिए लोन आवेदन से पहले होम लोन ब्याज दरों (Home Loan Interest Rate) के बारे में जानना ज़रूरी है। इस लेख में जानेंगे कि कौन- से बैंक/एनबीएफसी कम ब्याज दर पर होम लोन ऑफर करते हैं और साथ ही जानेंगे कि ब्याज दरों को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स कौन से हैं:
टॉप बैंकों के ब्याज दरों की तुलना
होम लोन की ब्याज दरें एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग-अलग होती है। बैंक व हाउसिंग फाइनेंस द्वारा ऑफर की जाने वाली ब्याज दरें आवेदक के प्रोफाइल, क्रेडिट स्कोर, आय, लोन राशि और लोन अवधि जैसे कारकों से प्रभावित होती है।
हालांकि कम ब्याज दरों पर लोन लेने के लिए आवश्यक है कि होम लोन आवेदन करने से पहले विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली ब्याज दरों की तुलना करें। यहां टॉप-5 बैंकों के ब्याज दरों की तुलना की गई है:
बैंकों के नाम |
30 लाख तक लोन राशि |
30 लाख से 75 लाख |
75 लाख से अधिक लोन राशि |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI Bank) |
8.50% – 9.85% |
8.50% – 9.85% |
8.50% – 9.85% |
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) |
8.40%-10.65% |
8.40%-10.65% |
8.40%-10.90% |
एक्सिस बैंक (Axis Bank) |
8.75% – 13.30% |
8.75% – 13.30% |
8.75% – 9.65% |
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) |
8.70% से शुरू |
8.70% से शुरू |
8.70% से शुरू |
आईसीआईसी बैंक (ICICI Bank) |
8.75% से शुरू |
8.75% से शुरू |
8.75% से शुरू |
कितने तरह के होते हैं होम लोन
होम लोन की ब्याज दरें (Home Loan Rates of Interest Rate) तीन प्रकार की होती है। इसके प्रकार के आधार पर भी ब्याज दरें निर्भर करती है। इसलिए होम लोन प्रकार का सही चुनाव करना जरूरी है। होम लोन के प्रकार निम्नलिखित प्रकार हैं:
- फिक्स्ड ब्याज दरें- इसके तहत होम लोन की ब्याज दरें लोन अवधि तक एक समान रहती है। यानी होम लोन ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होता है। इसलिए फिक्स्ड ब्याज दरों (Fixed Rate) पर होम लोन लेने तब फायदेमंद रहता है जब लोन लेते समय ब्याज दरें कम हो और भविष्य में ब्याज दरों के बढ़ने की उम्मीद हो।
- फ्लोटिंग ब्याज दरें- ये ब्याज दरें रेपो रेट से जुड़ी होती है। इसलिए लोन अवधि के दौरान रेपो रेट बढ़ने या घटने से होम लोन की ईएमआई कम या ज्यादा हो सकती है। रेपो रेट फ्लक्चुएशन से प्रभावित होने वाले फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट (Floating Rate) को वेरिएबल इंटरेस्ट रेट भी कहते हैं।
- हाइब्रिड ब्याज दरें- ये फिक्सड और फ्लोटिंग ब्याज दरों का मिश्रण होता है। इसके तहत एक निश्चित अवधि तक ब्याज दरें फिक्स्ड होती है और इसके बाद इंटरेस्ट रेट फ्लोटिंग में कंवर्ट हो जाता है। इस तरह ये ब्याज दरें उन लोगों के लिए बेहतर विक्लप है जो कम फिक्स्ड ब्याज दरों पर लोन लेते हैं और फ्लोटिंग ब्याज दर शुरू होने से पहले ही लोन प्रीपे या फोरक्लोज करना चाहते हैं।
होम लोन ब्याज दरों को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स
- क्रेडिट स्कोर- सिबिल स्कोर आवेदक के पिछले लोन भुगतान हिस्ट्री को दिखाता है। इसके आधार पर बैंक यह निर्धारित करता है कि आवेदक को लोन देने में कितना जोखिम हो। आमतौर पर 750 या उससे सिबिल स्कोर को अच्छा माना जाता है। वहीं, 600 या उससे कम सिबिल स्कोर वाले आवेदकों को लोन मिलने में दिक्कत आती है।
- रोजगार और आय- होम लोन योग्यता का मूल्यांकन करते समय बैंक व एनबीएफसी आवेदक की जॉब प्रोफाइल, इनकम जैसे पहलूओं पर भी ध्यान देते हैं। आमतौर पर MNCs और PSUs में नौकरी करने वाले आवेदकों को अन्य की अपेक्षा होम लोन मिलने की अधिक संभावना होती है।
- लोन राशि- लोन अमाउंट होम लोन ब्याज दरों को प्रभावित करता है। आमतौर पर 30 लाख लोन राशि लेने वाले आवेदक को 50 लाख लोन राशि लेने वाले आवेदक की तुलना में कम ब्याज दरों पर लोन मिलेगा। इसलिए कोशिश करें अधिक डाउन पेंमेंट करने की और कम लोन राशि लेने की। इससे आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है साथ ही ओवरऑल लोन कॉस्ट में बचत कर सकते हैं।
- होम लोन के प्रकार- होम लोन की ब्याज दरें इसके प्रकार पर भी निर्भर करती है। आमतौर पर रेगुलर होम लोन स्टैंडर्ड रेट से शुरू होती है। वहीं, प्लॉट लोन, एनआरआई होम लोन की ब्याज दरें समान्यतौर पर अधिक होती है।
- महिलाओं के लिए लोन में छूट- कुछ बैंक व एचएफसी महिला लोन आवेदकों को 0.05% से ब्याज छूट देते हैं। इसलिए सलाह दी जाती है शादी-शुदा जोड़ों को ज्वॉइंट होम लोन आवेदन करना चाहिए। जिसमें महिला मुख्य आवेदक हो। ऐसा करने से आप होम लोन मिलने की संभावना बढ़ा सकते हैं साथ ही होम लोन टैक्स बेनिफिट (Home Loan Tax Benefits) का लाभ भी उठा सकते हैं।
- होम लोन ब्याज दरों के प्रकार- आप इंटरेस्ट रेट के किस प्रकार पर होम लोन ले रहे हैं इससे भी ब्याज दरें प्रभावित होती है। इसलिए लोन लेते समय अपने अनुसार सही ब्याज दर प्रकार का चुनाव करें। वैसे आमतौर पर लोन संस्थान फिक्स्ड ब्याज दरों पर अधिक चार्ज लेते हैं। क्योंकि इसमें जोखिम अधिक होता है।
होम लोन से संबंधित सवाल
होम लोन कि वर्तमान ब्याज दरें कितनी है?
होम लोन की वर्तमान ब्याज दरें (House Loan Current Interest Rate) 8.35% प्रतिवर्ष से शुरू होती है, हालांकि ब्याज दरें लोन संस्थान और आवेदक के प्रोफाइल पर निर्भर करती है।
होम लोन पर कुल कितने ब्याज का भुगतान करना होगा कैसे चेक करें?
होम लोन आवेदक कुल ब्याज भुगतान जानने के लिए ऑनलाइन Home Loan EMI Calculator का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पर लोन राशि, ब्याज दरें, लोन अवधि दर्ज करने के बाद EMIs और पूरी ब्याज लागत का कैलकुलेशन हो जाएगा।
कम ब्याज दरों पर होम लोन कैसे लें?
कम ब्याज दर पर होम लोन लेने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें:
- अपना सिबिल या क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक बनाएं रखें। क्योंकि बैंक व HFCs ऐसे आवेदकों को लोन देना पंसद करते हैं। उन्हें कम ब्याज पर अधिक होम लोन राशि मिलने की उम्मीद होती है।
- ब्याज दर में छूट के लिए ज्वॉइंट होम लोन आवेदन करें और महिला को मुख्य लोन आवेदक बनाएं
- कई सारे लोन संस्थान कम एलटीवी रेश्यो वाले आवेदक को सस्ते ब्याज दरों पर होम लोन प्रदान करते हैं।
सबसे सस्ता होम लोन (cheapest home loan interest rate) किस बैंक का है?
वर्तमान में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और महाराष्ट्र बैंक सबसे कम ब्याज दरों पर होम लोन ऑफर कर रहे हैं। इसकी ब्याज दरें 8.35% प्रति वर्ष से शुरू होती है। हालांकि ब्याज दरें आवेदक की प्रोफाइल पर निर्भर करती है।
होम लोन कैसे मिलता है?
आप होम लोन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से ले सकते हैं। ऑनलाइन होम लोन लेने के लिए बैंक के ऑफिशियल बेवसाइट पर जाकर लोन आवेदन करें। और ऑफलाइन होम लोन लेने के लिए अपने क्षेत्र के नजदीकी बैंक शाखा में जाकर लोन के लिए आवेदन करें।