अगर आपने पर्सनल लोन (Personal Loan) लिया है और उसे क्लोज करना चाहते हैं। तो इस आर्टिकल में लोन कैसे बंद करें (Loan Close Kaise Kare), इसके तरीके बताएं गए हैं, साथ ही प्रोसेस के बारे में भी जिक्र किया गया है। तो चलिए लेख में लोन क्लोजर के तरीकों के बारे में जानते हैं:
क्या होता है पर्सनल लोन
पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, यानी इसे लेने के लिए बैंक या लोन संस्थान में कोई सामान (कार या घर) गिरवी नहीं रखना होता। इसलिए सिक्योर्ड लोन की तुलना में इसमें कम दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। हालांकि बैंकों को पर्सनल लोन देने में रिस्क ज्यादा होता है इसलिए इसकी ब्याज दरें अधिक होती हैं।
समय से पहले लोन बंद करने का तरीका
- प्री-पेमेंट या प्रीक्लोजर- लिए गए लोन की अवधि पूरी होने से पहले ही लोन का भुगतान करना प्री-पेमेंट कहलाता है। कुछ बैंक या लोन संस्थान लोन प्री-पेमेंट करने पर कुछ चार्जेस लेते हैं। इसलिए लोन प्री- क्लोजर करने से पहले अपने बैंक से इन चार्जेस के बारे में अवश्य पता कर लें।
ध्यान रखें प्री-पेमेंट का ऑप्शन तब ही चुनें जब इससे होने वाली बचत प्री-क्लोजर शुल्क से अधिक हो। इसके अलावा कुछ बैंक या लोन संस्थान लोन के लिए लॉक-इन पीरियड रखते है। यानी इससे पहले कोई व्यक्ति अपने लोन का प्री-क्लोजर नहीं कर सकता है।
उदाहरण के लिए- एचडीएफसी बैंक ने पर्सनल लोन के लिए लॉक इन पीरियड- 12 EMI रखा है। यानी 12 EMI के भुगतान के बाद ही लोन का प्री-पेमेंट (Loan Pre-Payment) कर सकते हैं।
- पार्ट पेमेंट- लोन अवधि पूरी होने से पहले पूरे लोन का भुगतान न करके बकाया लोन राशि का भुगतान करना ‘पार्ट पेमेंट’ कहलाता है। पर्सनल लोन पार्ट पेमेंट (Personal Loan Part-Payment) के कुछ फायदे भी है। मूल राशि कम होने से आगे की लोन अवधि के लिए कम ब्याज का भुगतान करना होगा।
इसके अलावा कुछ बैंक या एनबीएफसी समान ईएमआई राशि बनाए रखते हुए लोन अवधि को छोटा करने के लिए पार्ट- पेमेंट करने की सुविधा देते हैं। इससे आपके ओवरऑल लोन अवधि में कमी होती है और आपको ब्याज लागत में बचत करने में मदद करती है।
पर्सनल लोन प्री-पेमेंट प्रोसेस
- जिस बैंक या लोन संस्थान से आपने लोन लिया है, उससे संपर्क करें और उन्हें बताएं कि आप लोन प्री-पेमेंट करना चाहते हैं।
- संबंधित आवश्यक दस्तावेज जैसे- आईडी प्रूफ, बैंक स्टेटमेंट (आखिरी EMI पेमेंट वाला), बकाया लोन भुगतान जिससे करेंगे उस चेक या डिमांड ड्रॉफ्ट का नंबर और प्री-पेमेंट रिक्वेस्ट फॉर्म जमा करें।
- बैंक से लोन स्टेटमेंट मांगे, जिससे आपको आपके बकाया लोन राशि का पता चल सके। साथ ही बैंक से प्री-पेमेंट चार्जेस के बारे में पता करना न भूलें।
- इसके बाद अगर कोई चार्ज (Prepayment Fees) हो तो बकाया लोन राशि के साथ उसका भुगतान करें।
- एक बार प्री- पेमेंट हो जाने के बाद बैंक आपके लोन को बंद कर देगा और लोन क्लोजर से संबंधित एक एकनॉलेजमेंट लेटर देगा। जिसे भविष्य के लिए संभालकर रख लेना है।
नोट: किसी भी स्टेज पर सही तरीके से प्री-पेमेंट करना जरूरी है। क्योंकि इससे आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) भी प्रभावित होता है। इसलिए पर्सनल लोन प्री-क्लोजर करते समय किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए इसकी प्रक्रिया को अच्छे से समझें।
पर्सनल लोन प्री-पेमेंट से संबंधित प्रश्न
क्या पर्सनल लोन प्री-पेमेंट करने पर कोई चार्ज/शुल्क लगता है?
कुछ बैंक व एनबीएफसी पर्सनल लोन प्री-पेमेंट ( Personal Loan Pre-Payment) करने पर प्री-क्लोजर शुल्क लेते हैं। यह चार्जेंस बैंक द्वारा ब्याज राशि पर हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए ली जाती है। हालांकि यह शुल्क बैंक दर बैंक अलग होता है।
एसबीआई पर्सनल लोन प्री-पेमेंट के क्या नियम हैं?
एसबीआई पर्सनल लोन को समय से पहले बंद करने पर बकाया लोन राशि का 3% शुल्क के रुप में भरना होता है। जबकि SBI बैंक से ही नया लोन लेकर मौजूदा पर्सनल लोन प्री- पेमेंट करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
पर्सनल लोन (Personal Loan) जल्दी कैसे खत्म करें ?
समय से पहले लोन रिपेमेंट करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे- जब भी आपके पास अधिक राशि हो लोन प्रीपे करें या फिर पर्सनल लोन बैलेंस ट्रांसफर की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप लोन प्री-पेमेंट या पार्ट- पेमेंट (Part- Payment) कर सकते हैं।
क्या हम पर्सनल लोन को प्री-क्लोज कर सकते हैं?
हां, ज्यादातर मामलों में उधारकर्ता एक वर्ष के बाद या न्यूनतम 12 EMIs भुगतान (लॉक-इन पीरियड कहते हैं) के बाद लोन प्री-क्लोज कर सकता है। हालांकि ये लॉक-इन पीरियड बैंक पर निर्भर करता है।
लोन फोरक्लोजर अच्छा है या बुरा?
लोन का समय से पहले भुगतान करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इससे आपके लोन अवधि में कमी के साथ ओवरऑल लोन कॉस्ट में बचत करने में मदद मिलती है। हालांकि फोर-क्लोजर चार्ज को कैलकुलेट करने के बाद इससे होने वाली बचत के आधार पर ही ये ऑप्शन चुनें।
प्री-क्लोजर शुल्क क्या है?
लोन को समय से पहले बंद करने पर उससे होने वाले नुकसान को पूरा करने के लिए बैंक जो शुल्क या चार्ज लेते हैं, उसे प्री-क्लोजर चार्ज (Pre- Closure Charge) कहते हैं। यह शुल्क बैंक दर बैंक अलग होता है।