अनिल शर्मा 70 साल के हैं। उनकी एक ही संतान है, उनकी बेटी, जिसकी शादी हो चुकी है। वह विदेश में अपने परिवार के साथ रहती है। COVID के समय उनकी पत्नी का निधन हो गया था। बड़ौदा में उनका एक घर है जिसमें वह अकेले रहते हैं। उन्हें थाइरोइड और दिल की बीमारी है। दवाओं पर उनका काफी पैसा खर्च हो जाता है। उनकी पेंशन आती है पर वह उनके खर्चों के लिए काफी नहीं हैं। रोजमर्रा के खर्चों के लिए वह अपनी बेटी के आगे हाथ नहीं फैलाना चाहते इसलिए उनके एक दोस्त ने उन्हें ‘रिवर्स मॉर्गेज लोन’ (Reverse Mortgage Loan) विकल्प का सुझाव दिया है।
पर क्या है रिवर्स मॉर्गेज लोन और क्या उन्हें इस विकल्प को अपनाना चाहिए?
आइये जानते हैं –
रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan) सीनियर सिटीजन (ऐसे लोग जिनकी उम्र 60 साल या उससे अधिक हो) के लिए इनकम का एक स्रोत प्रदान करता है। जिनके पास भारत में अपना घर है वह ये लोन ले सकते हैं। इस लोन के तहत बैंक घर की कीमत लगा कर आपके घर को गिरवी रख लेते हैं और हर महीने इसके बदले आपको एक तय राशि देते हैं।
किनके लिए सही होगा रिवर्स मॉर्गेज लोन लेना
रिवर्स मॉर्गेज लोन भारत के उन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सभी सीनियर सिटीजन के लिए उपयोगी है, जिनके पास अपनी संपत्ति है,गिरवी रखने के लिए। ये लोन उन लोगों के लिए ज्यादा कारगर साबित होगा जो प्राइवेट नौकरी में रहते हुए अपने बुढ़ापे के लिए अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं कर पाएं। और अब उन्हें बुढ़ापे की चिंता सता रही है। ऐसे में उनके बुढ़ापे के सहारे के रुप में रिवर्स मॉर्गेज लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस लोन की सबसे खास बात है कि ये सीनियर सिटीजन को मानसिक शांति और किसी पर बोझ न बनकर फाइनेंशियल रूप से आत्मनिर्भर बनता है।
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रिवर्स मॉर्गेज लोन का लाभ उठाने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ?
- 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी भारतीय नागरिक।
- पति-पत्नी दोनों ही लोन लेने के पात्र होंगे, यदि उनमें से कम से कम एक की आयु 60 वर्ष से अधिक हो और दूसरे की आयु 55 वर्ष से कम न हो।
- भारतीय नागरिक जिनका भारत में अपना घर/फ्लैट हो।
- संपत्ति पर किसी प्रकार का कर्ज या क़ानूनी केस न हो।
कितनी लोन राशि प्राप्त कर सकते है?
बैंक1-2 करोड़ रुपये तक लोन देती है पर निर्भर करता है बैंक ने प्रॉपर्टी का कितना मूल्य लगाया है, आवेदक की उम्र और वर्तमान ब्याज दर क्या है।
रिवर्स मॉर्गेज लोन राशि किन तरीकों से प्राप्त की जा सकती है?
- मासिक,क्वार्टरली, वार्षिक या एकमुश्त भुगतान (एक साथ या एक बार में राशि का भुगतान)
- कमिटेड क्रेडिट लाइन: तय लोन राशि दी जाती है जिसको आवेदक अपनी ज़रूरत के समय निकाल और उपयोग कर सकता है। आवदेक जितनी लोन राशि का उपयोग करेगा उसी हिसाब से आवेदक को ब्याज का भुगतान करना होगा।
किस तरह की प्रॉपर्टी पर आप रिवर्स मॉर्गेज लोन प्राप्त कर सकते हैं?
केवल रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी पर ही रिवर्स मॉर्गेज लोन मिल सकता है। कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि भूमि को गिरवी नहीं रखा जा सकता। इसके साथ ही कमर्शियल प्रॉपर्टी के बदले भी रिवर्स मॉर्गेज लोन का लाभ नहीं उठाया जा सकता है।
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रिवर्स मॉर्गेज लोन के मुख्य लाभ क्या है?
- रिवर्स मॉर्गेज लोन में घर गिरवी रखने वाले व्यक्ति को अपने जीवनकाल के दौरान किसी भी तरह का लोन चुकाने और ब्याज देने की आवश्यकता नहीं होती है।
- घर गिरवी रखने के बदले मिलने वाली लोन राशि का उपयोग सीनियर सिटीजन मेडिकल इमरजेंसी, घर के रेनोवेशन जैसी न्यूनतम जरूरतें पूरी करने के लिए कर सकते हैं।
- रिवर्स मॉर्गेज लोन के तहत आपको बैंक से मिलने वाली एकमुश्त या मासिक भुगतान पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।
- घर को गिरवी रखने के बाद व्यक्ति को घर खाली करके किसी दूसरी जगह जाने की जरूरत भी नहीं होती है।
- घर गिरवी रखने के बाद भी आप घर के मालिक रहते है।
- लोन राशि का उपयोग शेयर, रियल एस्टेट, ट्रेडिंग आदि में निवेश के अलावा किसी भी उद्देश्य के लिए किया जा सकता है।
लोन लेने वाले की मृत्यु हो जाने पर रिवर्स मॉर्गेज लोन का भुगतान कैसे किया जाता है?
रिवर्स मॉर्गेज लोन सेटलमेंट गिरवी रखे हुए घर को बेच कर किया जाता है। घर बेचने के बाद बैंक अपनी भुगतान राशि लेकर बकाया राशि (यदि हो) उसके उत्तराधिकारियों/लाभार्थी को दे दी जाती है। हालाँकि उसके उत्तराधिकारी घर को बेचे बिना भी लोन चुका सकते हैं।
रिवर्स मॉर्गेज लोन की विशेषताएं
- व्यक्ति की मृत्यु के बाद घर बैंक का हो जाता है। यदि उस व्यक्ति के परिजन घर लेना चाहें तो घर की कीमत देकर घर को खरीदा जा सकता है।
- लोन लेने वाले सीनियर सिटीजन को किसी भी तरह की ईएमआई का भुगतान नहीं करना होता।
- घर बैंक को गिरवी रखने के बाद भी संपत्ति के रखरखाव की पूरी जिम्मेदारी संपत्ति के मालिक की होती है जिसने लोन लिया है।
- बैंक 60 साल की उम्र से अधिक लोगों को ही लोन देती है, इसके साथ ही कुछ बैंक हैं जो 72 साल की उम्र पार करने पर ये लोन नहीं देते।
- ज़्यादातर बैंक रिवर्स मॉर्गेज लोन की अवधि 15 साल तक की ऑफर करते हैं लेकिन कुछ बैंक जैसे PNB इसे 20 साल तक भी देते है।
- रिवर्स मॉर्गेज लोन के दौरान अपना घर बेचा जा सकता है, लेकिन एक बात का ध्यान रखना होगा. आपको घर बेचते समय रिवर्स मॉर्गेज लोन की बकाया राशि के साथ ब्याज और फीस का भुगतान करना होगा।
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रिवर्स मॉर्टगेज का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आईडी प्रूफ
- निवास या पते का प्रमाण
- नियोक्ता पहचान पत्र
- संपत्ति के कागजात
- सभी बैंक अकाउंट के लिए पिछले 6 महीनों की बैंक डिटेल्स
- पिछले एक वर्ष का लोन अकाउंट डिटेल्स (यदि कोई हो)
रिवर्स मॉर्गेज लोन डिफ़ॉल्ट होने के क्या कारण है?
- यदि लोन लेने के बाद ग्राहक लगातार एक साल की अवधि तक संपत्ति/ घर में नहीं रहा है।
- ग्राहक अपने घर का रखरखाव और मरम्मत करने में विफल रहता है या घर का बीमा कराने में विफल रहता है तो।
- यदि आवेदक दिवालियेपन की घोषणा करता है।
- बैंक के पास गिरवी रखी गई संपत्ति आवेदक द्वारा दान कर दी गई है या छोड़ दी गई है।
- यदि आवेदक धोखाधड़ी जैसे मामलों में दोषी पाया जाए।
- सरकार सार्वजनिक उपयोग के लिए संपत्ति लेना चाहती है।