शेयर बाज़ार में निवेश करने वाले नए इन्वेस्टर्स को पेनी स्टॉक्स काफी लुभाते हैं। वजह है इन स्टॉक्स की कम कीमत। हर इन्वेस्टर चाहता है कि उसे कम कीमत में ज़्यादा रिटर्न का लाभ मिले। इसी लालसा से वे पेनी स्टॉक्स में निवेश करते हैं, पर कम जानकारी होने के कारण कई बार बड़ा नुकसान भी उठाते हैं। अगर आप भी पेनी स्टॉक्स में निवेश करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं पेनी स्टॉक्स क्या होते हैं, इनमें पैसा लगाने से पहले किन बातों का ध्यान रखें? क्या पेनी स्टॉक्स से पैसा डूब सकता है?
पेनी स्टॉक्स क्या होते हैं?
पेनी स्टॉक ऐसे शेयर्स हैं जिनकी कीमत काफी कम होती है। शेयरों की कीमत को लेकर तो कोई तय परिभाषा नहीं है। लेकिन आमतौर पर इनकी कीमत 10-15 रु. तक होती है। पेनी स्टॉक सस्ते तो होते हैं लेकिन इनमें निवेश करना जोखिम भरा माना जाता है।
इसमें कौन निवेश कर सकता है?
पेनी स्टॉक्स में निवेश को लेकर कोई स्पेशल रिक्वायरमेंट नहीं है। इसमें कोई भी निवेश कर सकता है। पेनी स्टॉक्स में उन लोगों को निवेश करना चाहिए जो अधिक जोखिम उठा सकते हैं और जो कम राशि से निवेश करना शुरू करना चाहते हैं। वहीं अगर आप पहली बार पैसा लगाने वाले हैं तो अधिक राशि इन्वेस्ट न करें। उतनी ही राशि इन्वेस्ट करें जितना खोने का जोखिम उठा सकते हैं।
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क्या आपको पेनी स्टॉक्स में निवेश करना चाहिए?
किस स्टॉक में निवेश करना चाहिए और किसमें नहीं ये बहुत सारे फैक्टर्स पर निर्भर करता है। इसे तय करने के लिए आपको उनके लाभ और कमियों के बारे में जानकारी होनी चाहिए:-
लाभ
- सस्ती दरें: पेनी स्टॉक्स की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि आप इसमें कम कीमत पर शेयर्स खरीद सकते हैं। ऐसे में यह उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकते हैं जिनके पास निवेश के लिए अधिक राशि नहीं है।
- अधिक रिटर्न की संभावना: पेनी स्टॉक्स अक्सर नई और स्मॉल कैप कंपनियों द्वारा जारी किए जाते हैं। ऐसी कंपनियों में विकास करने की संभावना होती है। अगर कंपनी अच्छे मैनेजमेंट और नीतियों जैसे कारकों की वजह से लोकप्रिय होती है तो इनके स्टॉक्स में रातों-रात ग्रोथ की संभावना होती है। ऐसे में जोखिम होने के साथ ही इनमें अधिक रिटर्न देने की संभावना होती है।
- डायवर्सिफिकेशन: पेनी स्टॉक्स के शेयर्स की कीमत कम होने की वजह से यह उन इन्वेस्टर्स के लिए उपयुक्त हो सकते हैं, जो अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइ करना चाहते हैं।
कमियां
- अधिक जोखिम: पेनी स्टॉक्स में निवेश करना रिस्की हो सकता है क्योंकि इनमें छोटी कंपनियों में निवेश किया जाता है जिनके पास काफी कम फाइनेशियल रिसोर्स होते हैं, जिससे इनके डूबने की संभावनाएं बनी रहती हैं।
- जानकारी की कमी: पेनी स्टॉक्स को स्मॉल कैप कंपनियों या स्टार्ट-अप द्वारा जारी किया जाता है जिनके बारे में ज़्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं होती।
धोखाधड़ी की संभावना: कई बार शेयर्स की कीमतों में हेरफेर करने के लिए कंपनी प्रमोटर्स और स्कैमर्स बड़ी मात्रा में शेयर्स खरीदते हैं और बाद में उन्हें डंप कर देते हैं, जिससे नुकसान का खतरा बना रहता है।
- कम लिक्विडिटी: आमतौर पर पेनी स्टॉक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है इस वजह से इन्हें आसानी से बेचना और खरीदना मुश्किल होता है।
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पेनी स्टॉक्स में निवेश करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
पेनी स्टॉक्स में निवेश करने से पहले काफी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं इनमें निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:-
- रिसर्च है ज़रूरी: पेनी स्टॉक में इन्वेस्ट करने से पहले उसे जारी करने वाली कंपनी पर भारी रिसर्च करना ज़रूरी है। कंपनी किस तरह की है, उसका मैनेजमेंट, कितनी कमाई कर रहा है, कंपनी की हिस्ट्री क्या रही है जैसी जानकारी ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए। अगर कंपनी के बारे ज़्यादा जानकारी उपलब्ध न हो तो इनमें निवेश करने से बचना चाहिए।
- लिक्विडिटी के लिए वॉल्यूम की जांच करें: शेयर मार्केट में वॉल्यूम और लिक्विडिटी का काफी गहरा संबंध हैं। वॉल्यूम से यह पता चलता है कि शेयर्स को कितना खरीदा और बेचा जा रहा है। शेयर्स की वॉल्यूम जितनी ज्यादा होगी उसकी लिक्विडिटी भी उतनी ही ज्यादा होगी। आमतौर पर, पेनी स्टॉक्स को कम वॉल्यूम में ट्रेड किया जाता है। यानी कि अगर आप अपने शेयर्स को बेचने की कोशिश करते हैं, तो हो सकता है कि आपको ज़्यादा फायदा न मिले। इसलिए ऐसे स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें जिनका वॉल्यूम ज्यादा है।
- ब्रोकर/प्रमोटर शेयर की कीमतों में हेराफेरी कर सकते हैं: पेनी स्टॉक्स की कीमत कम होने की वजह से कई बार स्कैमर्स, कंपनी प्रमोटर्स भारी मात्रा में शेयर्स खरीद लेते हैं, जिसे देखते हुए लोग भी इनमें इन्वेस्ट करने लगते हैं। एक बार जब पर्याप्त संख्या में लोग इनमें निवेश कर देते हैं, तब स्कैमर्स शेयर्स को डंप कर देते हैं, ऐसा करने से शेयर्स की प्राइस कम हो जाती है जिससे इन्वेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इससे बचने के लिए यह चेक करें कि कंपनी के शेयर्स के बढ़ने का कारण क्या है। क्या कंपनी को लेकर कोई सकारात्मक खबर आई है अगर नहीं आई है और शेयर्स फिर भी अपर सर्किट तक पहुंच रहे हैं तो इससे साफ है कि कोई इसके शेयर्स में हेर फेर करने की कोशिश कर रहा है। तो ऐसे शेयर्स में निवेश न करें। लेकिन अगर कंपनी को लेकर कोई अच्छी खबर आई है और आपको लगता है कि भविष्य में इसमें निवेश करने पर आपको ज्यादा कमाई हो सकती है तो इसमें निवेश करें।