साल 2024 आने वाला है। मगर नए साल के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करने से पहले, एक बार पुराने साल में लिए गए अपने फाइनेंशियल निर्णयों पर विचार ज़रूर कर लें। क्योंकि पुराने साल में लिए गए फैसले आपको आने वाले साल की फाइनेंशियल प्लानिंग में मदद कर सकते हैं। दरअसल, साल के खत्म होने के साथ ही लोग नए गोल सेट करते हैं, नए सीरे से प्लानिंग करते हैं। लेकिन ऐसा करने से पहले अपनी वर्तमान फाइनेंशियल हेल्थ, गोल्स, इनकम और बजट आदि का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए ईयर-एंड फाइनेंशियल प्लानिंग ज़रूरी है। ऐसे में ये फाइनेंशियल चेकलिस्ट आपकी मदद कर सकती है।
नॉमिनेशन अपडेट करें
साल खत्म होने से पहले अपने सभी बैंक अकाउंट, इंश्योरेंस पॉलिसी, म्यूचुअल फंड और एफडी आदि के नॉमिनेशन को चेक ज़रूर कर लें। अगर आपने अभी तक नॉमिनेशन नहीं कराया है तो जल्द से जल्द करवा लें। जिससे आपके गुज़रने के बाद आपके परिवार या प्रियजनों को किसी भी तरह की आर्थिक समस्याओं से जूझना न पड़े।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को रिव्यू करना न भूलें
साल खत्म होते-होते अपने क्रेडिट रिपोर्ट का भी हाल जानना ज़रूरी है। जिससे क्रेडिट रिपोर्ट में कोई भी गड़बड़ी या धोखाधड़ी होने पर उसका समय पर पता लगाकर उसे ठीक कर सके। आपकी क्रेडिट रिपोर्ट, आपके फाइनेंशियल निर्णयों का एक आयना है जिसमें आपके क्रेडिट अकाउंट, बकाया लोन या क्रेडिट कार्ड बिल और पेमेंट हिस्ट्री आदि की जानकारी होती है। क्रेडिट रिपोर्ट में कोई भी गलती आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकती है।
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पुराने लोन अकाउंट बंद करना है ज़रूरी
कुछ लोग यह मानते हैं कि लोन की आखिरी ईएमआई का भुगतान करने के साथ ही उनका लोन ऑटोमैटिकली बंद हो जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है। लोन को पूरी तरह से बंद करने के लिए अंतिम ईएमआई के भुगतान के बाद बैंक को एक पत्र लिखें और अपना लोन अकाउंट बंद करने के लिए कहें। अगर सिक्योर्ड लोन लिया है तो अपने गिरवी रखी गई संपत्ति के दस्तावेज़ वापस करने के लिए कहें। इसके अलावा अकाउंट बंद करते समय अन्य सभी दस्तावेज़ जैसे फाइनल स्टेटमेंट, पजेशन लेटर, नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) आदि वापस लेना न भूलें। इसके अलावा अगर आपने कार लोन लिया था और उसका भुगतान कर चुकें हैं तो कार हाइपोथीकेशन हटाने के लिए रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आरटीओ) में फॉर्म 35 भर कर जमा कर दें।
आपके पास पर्याप्त इमरजेंसी फंड हो, सुनिश्चित करें
इमरजेंसी कभी बताकर नहीं आती। ऐसे में किसी भी संकट के लिए पहले से तैयार रहने के लिए आपके पास पर्याप्त इमरजेंसी फंड होना चाहिए। कई बार एक्सीडेंट, नौकरी के छूटने या बीमारी जैसी मुसिबत आ जाती है, जिनका सामना करने के लिए इमरेंजसी फंड होना ज़रूरी है। इसलिए साल खत्म होने से पहले अपने इमरजेंसी फंड का मुआयना ज़रूर कर लें। यह चेक करें कि सालभर में आपने कितना फंड इक्ट्ठा किया है, क्या यह पर्याप्त है? अगर नहीं है तो आपको और कितना फंड इमरजेंसी के लिए रखना है आदि। नए साल के लिए अपने गोल्स तय करते समय अपनी बचत और खर्चों के अलावा इमरजेंसी फंड के लिए अलग से पैसे ज़रूर जमा करने का प्लान बनाएं।
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अपने लोन EMI या क्रेडिट कार्ड खर्चों को मैनेज करने की प्लानिंग करें
साल खत्म होने से पहले इस बात का आकलन कर लें कि सालभर में आपने लोन और क्रेडिट कार्ड को कैसे मैनेज किया है। अगर पूरे साल उन्हें मैनेज करने में आपको मुश्किल का सामना करना पड़ा है तो आपको अच्छी प्लानिंग करने की आवश्यकता है। अगर आपके द्वारा लिए गए सभी लोन के भुगतान की तारीख अलग-अलग है और इनके भुगतान में आपको मुश्किल आ रही है, तो आप अपने लोन को कंसोलिडेट करने यानी एक नया लोन लेकर पुराने लोन का भुगतान करने का विकल्प चुन सकते हैं। इसके अलावा समय पर अपने लोन का भुगतान करने के लिए अपने खर्चों का हिसाब देखें, जिससे आप उन एरिया की पहचान कर पाएंगे जहां आपने फिज़ूल खर्च किया है। जिसका फायदा यह होगा कि आप आने वाले साल में इन्हें पहचान कर अपने खर्चों पर लगाम लगा सकेंगे।