पैसों की जरूरत पड़ने पर या किसी इमरजेंसी के दौरान लोग अक्सर किसी से कर्ज़ लेने, पर्सनल लोन लेने या फिर एफडी को तोड़ने का विकल्प अपनाते हैं। हालांकि, आप एफडी को तोड़े बगैर इसके बदले लोन ले सकते हैं। तो चलिए जानते हैं एफडी के बदले लोन (loan against fd) की सुविधा के बारे में।
एफडी के बदले लोन की सुविधा क्या है?
अगर आपने किसी बैंक में एफडी खोल रखा है, तो आप उसके बदले लोन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। यह एक तरह का सिक्योर्ड लोन होता है जिसमें आपकी एफडी को गिरवी रख उसके बदले लोन दिया जाता है। सिक्योर्ड होने की वजह से लोन की ब्याज दरें भी कम होती हैं। ध्यान रहें, एफडी के बदले लिए गए लोन को एफडी की मैच्योरिटी की तारीख से पहले चुकाना होता है। अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपकी एफडी जब्त की जा सकती है।
एफडी के बदले लोन लेने के फायदें
- इस लोन की सबसे खास बात यह है कि आपको कितनी राशि का लोन मिलेगा यह आपकी एफडी राशि और बैंक के नियमों पर निर्भर करती है। ज्यादातर लेंडर एफडी वैल्यू के 90% तक का लोन देते हैं। एक उदाहरण के माध्यम से समझें तो, मान लीजिए फ्लां बैंक में आपने 1 लाख रु. की एफडी कराई। ऐसे में अगर बैंक एफडी पर 90% तक का लोन देता है तो आप 90,000 रु. तक का लोन ले सकते हैं।
- एफडी के बदले लोन लेने के बाद आपकी एफडी में जितना अमाउंट बचता है, उस पर आपको ब्याज मिलता रहता है।
- एफडी तोड़ने के बजाय उसके बदले लोन लेना बेहतर विकल्प है। क्योंकि एफडी का प्रीमैच्योर विड्रॉल करने पर आपको पेनेल्टी भरनी पड़ती है। लोन का विकल्प अपनाने पर आप इस पेनेल्टी से बच जाते हैं।
- लोन अगेंस्ट एफडी एक सिक्योर्ड लोन (Secured Loan) हैं इसलिए इसकी ब्याज दरें भी कम होती हैं। इसमें आपको एफडी पर मिलने वाले ब्याज से बस 1 या 2% ब्याज ज्यादा देना पड़ता है।
- इस लोन का लाभ वो लोग भी उठा सकते हैं जिन्हें क्रेडिट स्कोर खराब (Bad credit score) होने की वजह से कहीं से लोन नहीं मिल रहा है।
- आमतौर पर एफ्डी के बदले लोन लेने पर आपको कोई पेनेल्टी या प्रोसेसिंग फीस (processing Fee) का भुगतान नहीं करना पड़ता।
अगर लोन नहीं चुकाया तो क्या होगा?
अगर कस्टमर लोन का भुगतान नहीं करता तो उसकी एफडी को जब्त कर लिया जाता है और लोन राशि एफडी के ज़रिए वसूल की जाती है। यानी एफडी के मैच्योर होने पर लोन की बकाया राशि को उसमें से काटकर बाकी बची रकम कस्टमर को दे दी जाएगी।
फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले ओवरड्राफ्ट क्या है?
लोन अगेंस्ट एफडी और ओवरड्राफ्ट (Overdraft) दोनों एक ही चीज़ हैं। दरअसल, एफडी के बदले जो लोन दिया जाता है वो ओवरड्राफ्ट के रूप में दिया जाता है। इस बात का ध्यान रखें जितनी राशि ओवरड्राफ्ट के रूप में ली जाती है सिर्फ उतनी ही राशि पर ब्याज लगता है, न की एफडी की पूरी राशि पर।
एफडी को तोड़ना सही है या उसके बदले लोन लेना?
कई लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज्ड रहते हैं कि उन्हें एफडी के बदले लोन लेना चाहिए या फिर एफडी तोड़ना ही सही विकल्प हैं। अगर आप भी इस दुविधा में फंसे हैं तो सबसे पहले यह तय करें कि आपको अपनी ज़रूरत को पूरा करने के लिए आखिर कितना पैसा चाहिए। और क्या आप एफडी के बदले लोन लेने के बाद उसका किस्तों में भुगतान करने में सझम हैं भी या नहीं। अगर आप लोन लेने के बाद उसका भुगतान नहीं कर सकते तो ऐसे में एफडी को तोड़ देना ही सही रहेगा। वहीं एफडी के बदले लोन लेने पर आपको एफडी राशि के 75% से 90% तक का ही लोन मिलता है।
एफडी के बदले लोन से संबंधित सवाल
क्या बच्चों के नाम पर खोली गई एफडी के बदले लोन ले सकते हैं?
नहीं, अगर एफडी 18 साल से कम उम्र के बच्चों के नाम पर खोली गई है, तो उसके बदले लोन नहीं ले सकते।
एफडी के बदले कितना लोन लिया जा सकता है?
ज्यादातर बैंक एफडी राशि के 75% से 90% तक का लोन ऑफर करते हैं।
एफडी के बदले लोन लेने पर कितना ब्याज देना होगा?
एफडी पर लोन की ब्याज दरें एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग हो सकती हैं। हालांकि, ज्यादातर बैंक एफडी पर लागू ब्याज दरों (interest on loan against fd) से 0.5% से 2% का अधिक ब्याज लेते हैं।
क्या टैक्स सेविंग एफडी पर लोन मिलता है?
नहीं, अगर आपने 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी (Loan Against tax saving fd) पर निवेश किया है तो आप इसके बदले लोन नहीं ले सकते।
एफडी पर लिए गए लोन की भुगतान अवधि कितनी होती है?
आपने जितनी अवधि के लिए एफडी कराया है, उतनी ही अवधि के भीतर यानी एफडी की मैच्योरिटी से पहले लोन का भुगतान करना होता है।
क्या FCNR डिपिॉज़िट के बदले भी लोन मिलता है?
हां, कई बैंक FCNR डिपॉज़िट के बदले भी लोन की सुविधा प्रदान करते हैं।
मेरा ज्वाइंट एफडी अकाउंट है। क्या ज्वाइंट अकाउंट होल्डर्स एफडी का लाभ उठा सकते हैं?
हां, ज्वाइंट अकाउंट होल्डर्स भी एफडी के बदले लोन की सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
एफडी के बदले लोन लेने के लिए कौन-से डॉक्यूमेंट्स की ज़रूरत पड़ती है?
एफडी के बदले लोन लेने के लिए आपको एप्लीकेशन फॉर्म, एग्रीमेंट और एफडी रिसीट जैसे दस्तावेज़ जमा करने पड़ सकते हैं।