आमतौर पर अन्य लोन के मुकाबले होम लोन की राशि ज़्यादा होती है और भुगतान अवधि लम्बी, इसके चलते बहुँत ज़्यादा ब्याज भी देना पड़ता है। ब्याज बचाने के लिए ही लोग अक्सर अपने होम लोन की प्री-पेमेंट करने की कोशिश करते हैं। यहाँ हम बताएँगे कि होम लोन की प्री-पेमेंट करने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
EMI या भुगतान अवधि, किसे कम करें!
होम लोन की प्री-पेमेंट करने पर आपको दो विकल्प दिए जाते हैं, आप EMI राशि घटा सकते हैं या भुगतान अवधि। अगर भुगतान अवधि कम करेंगें तो ब्याज पर भारी बचत होगी, और EMI राशी घटाएंगे तो ब्याज पर बचत कम होगी। उदाहरण के लिए, आपने 50 लाख रु. का लोन 8% ब्याज दर पर 20 वर्ष के लिए लिया है। अब आपकी बकाया लोन राशि 43.76 लाख रु. रह गई है। अगर आप 6 लाख रु. की प्री-पेमेंट करते हैं और भुगतान अवधि कम करने का विकल्प चुनते हैं, तो आपको ब्याज पर 11.30 लाख रु. की बचत होगी और भुगतान अवधि 41 महीने घट जाएगी। हालाँकि, अगर आप EMI राशि कम कराते हैं और समान ब्याज दर पर भुगतान जारी रखते हैं,तो आपकी EMI राशि 41,882 रु. से घटकर 36,008 रु. हो जाएगी लेकिन ब्याज पर कुल बचत 4.32 लाख रु. ही होगी।
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लोन बैलेंस ट्रान्सफर पर भी विचार करें
होम लोन प्री-पेमेंट करने से आपकी ब्याज पर बचत होगी, लेकिन इसके लिए अपने किसी फण्ड का उपयोग करने से आपको भविष्य में समस्या हो सकती है। ब्याज बचाने का अन्य तरीका भी है, होम लोन बैलेंस ट्रान्सफर। आप किसी अन्य बैंक में अपनी बकाया लोन राशि को ट्रान्सफर कर, कम ब्याज दर पर उसका भुगतान कर सकते हैं। इस तरह ब्याज पर बचत भी हो जाएगी, और आपका फण्ड भी प्रभावित नहीं होगा।
उदाहरण के लिए, अगर आप 15 वर्ष की बची हुई भुगतान अवधि के लिए, अपना होम लोन किसी अन्य बैंक को 7% प्रति वर्ष ब्याज दर पर ट्रान्सफर करते हैं, तो आप बिना अपना फण्ड प्रभावित करें ब्याज पर 4.48 लाख रु. की बचत कर सकते हैं। इसलिए, पार्ट-प्रीपेमेंट और बैलेंस ट्रान्सफर से हो रही बचत के बीच तुलना करें, और सही विकल्प चुनें।
अपने इमरजेंसी फण्ड का उपयोग ना करें
इमरजेंसी फण्ड अचानक आई आर्थिक ज़रूरतों और नौकरी चले जानें या विकलांगता आदि के दौरान ज़रूरी खर्चों को पूरा करने में मदद करता है। ये फण्ड कम से कम 6 महीनों के लिए आपके ज़रूरी खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए। अगर आप होम लोन प्री-पेमेंट के लिए अपना इमरजेंसी फण्ड उपयोग करते हैं,तो किसी आर्थिक इमरजेंसी के लिए आपको अधिक ब्याज दरों पर लोन लेना पड़ सकता है। इसलिए, प्री-पेमेंट के लिए अपने इमरजेंसी फण्ड का उपयोग न करें।
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वित्तीय उद्देश्यों के लिए किये गए निवेशों का उपयोग ना करें
वित्तीय उद्देश्यों का मतलब है कि जीवन के ज़रूरी लक्ष्यों के लिए किये गए निवेश। उदाहरण, बच्चों की पढ़ाई, होम लोन और कार लोन की डाउन पेमेंट, रिटायर्मेंट के बाद के लिए बनाए गए फण्ड। प्री-पेमेंट करने के लिए इन फण्ड का उपयोग करने से, भविष्य में आपको इन उद्देश्यों के लिए महंगे लोन लेने पड़ सकते हैं। प्री-पेमेंट तब ही करें जब आपके पास इमरजेंसी फण्ड, निवेश और मासिक ज़रूरतों को पूरा कर अतिरिक्त पैसे बच रहे हों।
मौजूदा निवेश से हो रहे रिटर्न पर विचार करें
वैसे तो होम लोन की ब्याज दरें अन्य रिटेल लोन की दरों से कम ही होती हैं, लेकिन फिर भी इसकी ब्याज दरें फिक्स्ड इनकम निवेश से आ रहे रिटर्न से ज़्यादा होती हैं। इसलिए, होम लोन प्री- पेमेंट के लिए किसी ज़रूरी उद्देश्य के लिए ना करे गए फिक्स्ड इनकम निवेशों का ऊपयोग कर सकते हैं जैसे, शॉर्ट टर्म डेट फण्ड, फिक्स्ड डिपॉज़िट, आदि।