महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट एक वन-टाइम सेविंग स्कीम है जिसका मुख्य उद्देश्य निवेश में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। एक सरकारी स्कीम होने के नाते यह सुरक्षित है, इसमें गारंटीड ब्याज भी मिलता है। लेकिन इस स्कीम में निवेश करने से पहले इसकी खासियत, नुकसान और इसके अलावा निवेश के अन्य विकल्पों को जान लेना चाहिए, तो चलिए देर किस बात की है जानते हैं इसके बारे में।
क्या है महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट?
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट एक सरकारी योजना है, जिसमें किसी भी उम्र की महिलाएं, लड़कियां निवेश कर सकती हैं। यह अकाउंट सिर्फ एक महिला के नाम पर ही खोला जा सकता है। नाबालिग लड़की के नाम पर गार्जियन इसमें निवेश कर सकते हैं। यह स्कीम आपकी देखरेख में अपनी बेटी के लिए पैसे जमा करने का एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इसके अलावा, बच्ची की उम्र 18 साल होने पर अकाउंट की ओनरशिप और मैनेजमेंट उसके नाम पर ट्रांसफर हो जाती है।
इस स्कीम में एकमुश्त यानी एक बार में आप 2 लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं। जमा रकम पर 7.5% की दर से ब्याज मिलता है। जो क्वाटरली कंपाउंडिंग के आधार पर दिया जाता है। इस स्कीम में दो साल के लिए पैसा जमा करना पड़ता है। महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट को साल 2023 में शुरू किया गया था। फिलहाल यह योजना मार्च 2025 तक के लिए उपलब्ध है।
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इस स्कीम में पैसा कैसे जमा करें?
स्कीम में निवेश करने के लिए आप भारत के किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाकर अकाउंट ओपन कर सकती हैं। पोस्ट ऑफिस के अलावा सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और भाग लेने वाले प्राइवेट बैंकों में भी MSSC अकाउंट खोला जा सकता है। आप कितने भी अकाउंट खोल सकती हैं लेकिन अकाउंट खोलने से 3 महीने बाद ही दूसरा अकाउंट खोला जा सकता है। अकाउंट खोलते वक्त पैसे भी जमा करने होंगे। आप 1,000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। बता दें, इस स्कीम के तहत ज्वाइंट अकाउंट नहीं खोला जाता।
अकाउंट से रकम कब निकाल सकते हैं?
स्कीम दो साल में मैच्योर होती है। लेकिन अकाउंट खोलने से एक साल बाद 40% रकम निकाली जा सकती है। अकाउंट का प्रीमैच्योर क्लोज़र सिर्फ खास मामलों में ही किया जा सकता है:-
- जमाकर्ता की मृत्यु हो जाने पर
- अगर अकाउंट होल्डर को कोई जानलेवा बीमारी हो जाती है तो उसके इलाज के लिए
- अगर नाबालिक के नाम पर अकाउंट है और गार्जियन की मृत्यु हो जाती है तो पैसे निकाल सकते हैं। लेकिन पैसा निकालने के लिए गार्जियन की मृत्यु से जुड़े दस्तावेज़ दिखाने होंगे।
इसके अलावा, अकाउंट खोलने के 6 महीने बाद बिना कोई कारण बताए इसे बंद किया जा सकता है पर ऐसा करने से 7.5% के बजाय 5.5% का ब्याज दिया जाएगा।
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इस योजना पर मिलने वाले रिटर्न का कैलकुलेशन
आप जितना भी पैसा 2 साल के लिए जमा करेंगी, उस पर आपको 7.5% की दर से ब्याज दिया जाएगा। अगर आप 20,000 रुपये जमा करती हैं तो 2 साल बाद 23,204 रुपये यानी 3,204 का ब्याज मिलेगा। 50,000 रुपये जमा करती हैं तो 8,011 ब्याज के रूप में मिलेगा। यानी मैच्योरिटी पर आपको 58,011 रुपये दिए जाएंगे। इसी तरह एक लाख रुपये जमा करने पर 1,16,022 मिलेंगे। वहीं 2 लाख रुपये जमा करने पर 32,044 रुपये तक का ब्याज मिलेगा।
हमारी सलाह
जैसा कि पहले बताया गया है महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट में 2 लाख रु. तक की रकम जमा की जा सकती है। अगर आप अपने शॉर्ट टर्म गोल्स को पूरा करना चाहती हैं, तो यह एक अच्छा ऑप्शन है। लेकिन अगर आप 2 लाख रु. से अधिक राशि जमा करना और लॉन्ग टर्म के लिए पैसे निवेश करना चाहती हैं, तो आप MSSC के बजाय FD में निवेश कर सकती हैं।
एफडी पर MSSC के मुकाबले अधिक ब्याज मिलता है। फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक, जना स्मॉल फाइनेंस बैंक और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस जैसे बैंक 2 साल की एफडी पर 8% से अधिक का ब्याज ऑफर कर रहें हैं। MSSC की तरह ही एफडी में 1,000 रुपये से निवेश करना शुरू कर सकते हैं। खास बात यह है कि एफडी में अधिकतम कितनी भी राशि जमा की सकती है। और जमा रकम पर DICGC के तहत इंश्योरेंस भी मिलता है। अन्य सुरक्षित निवेश विकल्पों में EPF, KVP, SSY, NSC आदि शामिल है।
एफडी और अन्य निवेश विकल्पों में जहां TDS काटा जाता है, वहीं CBDT के अनुसार, महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट के तहत मिलने वाले ब्याज में कोई TDS नहीं लिया जाता। इस पर जमाकर्ता के टैक्स ब्रैकेट के आधार पर टैक्स लिया जाता है। इस तरह देखा जाए तो MSSC में एक साल में ₹15,000 और दो साल में ₹32,000 का रिटर्न मिलता है। बता दें, एक फाइनेंशियल ईयर में मिलने वाला रिटर्न अगर 40,000 रु. से कम होता है तो उसमें कोई टीडीएस नहीं लगता।
बहरहाल, अगर आप ज्यादा रिटर्न चाहती हैं और जोखिम उठाने में सक्षम हैं तो अन्य निवेश विकल्पों जैसे ULIP, NPS, म्यूचुअल फंड,बॉन्ड आदि में निवेश कर सकती हैं। और अगर आप एक बार में पैसे जमा नहीं कर सकती, लेकिन हर महीने एक निश्चित रकम जमा करने में सक्षम हैं तो SIP, RD जैसे विकल्पों की ओर रुख करें।