अगर आप एक कर्मचारी है तो आपकी सैलरी से एक निश्चिच रकम EPF अकाउंट में जमा होता होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके ईपीएफ अकाउंट में आप और आपकी कंपनी कितना निवेश करती है, इस निवेश पर कितना ब्याज मिलता है, अगर नहीं तो चलिए इस लेख में जानते हैं EPF से जुड़ी अहम जानकारियों के बारे में…
ईपीएफ अकाउंट क्या होता है?
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) रिटायरमेंट बेनिफिट वाली एक स्कीम है। जिसका लाभ केवल संगठित क्षेत्र के कर्मचारी ले सकते हैं। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता एक निश्चित राशि जमा करते हैं। जिस पर सरकार द्वारा तय निर्धारित ब्याज दरें दी जाती है। कर्मचारी रिटायरमेंट के बाद इस जमा पूंजी को ब्याज समेत एक मुश्त या पेंशन के रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
ईपीएफ इंटरेस्ट रेट (EPF Interest Rate)
ईपीएफ की ब्याज दरें प्रति वर्ष सरकार द्वारा तय की जाती है। वर्तमान में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पीएफ इंटरेस्ट रेट (PF Interest Rate) 8.25% प्रति वर्ष है। ईपीएफ पर ब्याज प्रति माह कैलकुलेट किया जाता है लेकिन अकाउंट में इंटरेस्ट 31 मार्च को ही जमा किया जाता है। इस हिसाब से प्रति माह का ब्याज दर 0.688% है जोकि सालाना 8.25% होता है।
ईपीएफ कंट्रीब्यूशन रेट
- कर्मचारी द्वारा EPFमें जमा किए जाने वाला हिस्सा- सैलरी का 12%
- नियोक्ता द्वारा EPF में जमा किए जाने वाला हिस्सा- सैलरी का 3.67%
- नियोक्ता द्वारा EPS में जमा किए जाने वाला हिस्सा- सैलरी का 8.33%
ईपीएफ इंटरेस्ट रेट कैलकुलेशन
ईपीएफ कंट्रीब्यूशन रेट जानने के बाद चलिए इसे एक उदाहरण के माध्यम से अच्छे से समझने की कोशिश करते हैं:
उदाहरण- अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी + मंहगाई भत्ता 50,000 रु. है। तो कर्मचारी कंट्रीब्यूशन (50,000 का 12%) 6000रु. होगा। नियोक्ता का EPS में योगदान (15,000 का 8.33%):1,250 रु, और ईपीएफ में कंट्रीब्यूशन (6000-1250)= 4,750 रु.
इस तरह एक महीने में कुल ईपीएफ कंट्रीब्यूशन (6,000+ 4,750): 10,750 रु. होगा। हालांकि पहले महीने इस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा, दूसरे महीने 21,500 रु. पर 0.688% की दर से ब्याज कैलकुलेटर किया जाएगा- (21,500 * 0.688%)= Rs.147.92
तीसरे महीने 10,750 रु. कंट्रीब्यूशन के बाद कुल 32,250 रु. पर ब्याज कैलकुलेट (32,250 * 0.688%)= Rs.221.88 होगा. और इसी तरह पूरे माह इंटरेस्ट कैलकुलेट होगा और 31 मार्च को अकाउंट में ब्याज जमा किया जाएगा।
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ईपीएफ इंटरेस्ट रेट से संबंधित सवाल
ईपीएफ इंटरेस्ट रेट मासिक या सालाना, कब अकाउंट में जमा किया जाता है?
ईपीएफ में हर महीने पैसे जमा होता है। हालांकि ब्याज दरें प्रति माह कैलकुलेट की जाती है लेकिन एक फाइनेंशियल ईयर का कुल ब्याज साल के अंत में यानी 31 मार्च को जमा किया जाता है।
क्या ईपीएफ ब्याज पर टैक्स लगता है?
कर्मचारी के रिटायरमेंट की तारीख तक, ईपीएप बैलेंस पर कोई टैक्स नहीं लगता है। लेकिन रिटायरमेंट के बाद जमा किए गए ब्याज पर ‘अन्य स्त्रोतों से आय’ के रूप में टैक्स लगता है। हालांकि बजट 2021 के अनुसार अगर एक वित्त वर्ष में ईपीएफ और वीपीएफ में जमा 2.5 लाख रुपये से अधिक है, तो 2.5 लाख रुपये से अधिक के योगदान पर अर्जित ब्याज पर टैक्स कटेगा।
ईपीएफ ब्याज दर कैलकुलेट करने के लिए किन डिटेल्स की जरूरत होती है?
ईपीएफ इंटरेस्ट रेट कैलकुलेट करने के लिए निम्नलिखित जानकारियों की आवश्यकता होती है:
- कर्मचारी की वर्तमान आयु
- वर्तमान या मौजूदा ईपीएफ बैलेंस
- मंथली बेसिक और महंगाई भत्ता अधिकतम 15,000 रु. तक
- पीएफ में कंट्रीब्यूशन का प्रतिशत
- रिटायरमेंट आयु
क्या ईपीएफ की ब्याज दरें फिक्स होती है या फिर बदल सकती है?
ईपीएफ की ब्याज दरें सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। और समय-समय पर सरकार द्वारा ही इसकी समीक्षा की जाती है। वर्तमान में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ईपीएफ की ब्याज दरें (EPF Interest Rate 2023-24) 8.25% प्रति वर्ष है।
मेरे ईपीएफ अकाउंट में कब तक ब्याज मिल सकता है?
रिटायरमेंट के 3 साल बाद भी आपके ईपीएफ अकाउंट में इंटरेस्ट मिलता रहेगा। लेकिन 3 साल तक ईपीएफ अकाउंट में कोई कंट्रीब्यूशन न होने पर अकाउंट को निष्क्रिय मान लिया जाएगा और कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा।