महिलाओं के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं। इनका लक्ष्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मज़बूत बनाना है। हालांकि, कई बार कम जानकारी की वजह से महिलाएं इन स्कीम्स का लाभ उठाने से वंचित रह जाती हैं। तो आइए जानते हैं अलग-अलग राज्य सरकारों द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली स्कीम के बारे में।
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना, दिल्ली
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना को हाल ही में दिल्ली सरकार ने शुरू किया है। इस योजना के अंतर्गत 18 साल या उससे अधिक की उम्र की महिलाओं को हर महीने 1,000 रु. दिए जाएंगे। योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास दिल्ली का वोटर आईडी कार्ड होना चाहिए। इस योजना का लाभ दिल्ली में रहने वाली प्रत्येक महिला को दिया जाएगा। हालांकि, इसका लाभ उन महिलाओं को नहीं मिलेगा जो दिल्ली के किसी सरकारी संस्था में काम करती हैं, दिल्ली सरकारी के अंतर्गत किसी पेंशन योजना का लाभ उठा रहीं है या फिर टैक्स भरती हैं।
लक्ष्मी भंडार योजना, पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से साल 2021 में लक्ष्मी भंडार योजना को शुरू किया गया था। पहले इस योजना के तहत हर महीने सामान्य जाति वर्ग की महिलाओं को 500 रुपये और अनुसूचित जाति और जनजाति यानी शेड्यूल कास्ट व शेड्यूल ट्राइब की महिलाओं को 1,000 रुपये दिए जाते थे। हालांकि, अब बंगाल सरकार ने अपने बजट में इस योजना के तहत मिलने वाले वित्तीय आवंटन को बढ़ा दिया है। इसका मतलब है कि अब इस योजना के तहत जनरल कास्ट की महिलाओं को 1,000 रु. और अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाओं को 1,200 रु. दिए जाएंगे।
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कन्याश्री प्रकल्प स्कीम, पश्चिम बंगाल
इस योजना को पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से 8 मार्च 2013 को लॅान्च किया था, जिसका उद्देश्य बेटियों की स्थिति में सुधार करना और कम उम्र में होने वाले विवाह की रोकथाम करना है। इस स्कीम का लाभ 13-18 साल की उम्र की लड़कियों को मिलता है जिनकी एनुअल इनकम 1,20,000 रुपये तक होती है। इसमें हर साल 1,000 रु. और एकमुश्त 25,000 रुपये का लाभ दिया जाता है।
भाग्यश्री योजना, कर्नाटक
कर्नाटक की भाग्यश्री योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों को कवर किया जाता है। इस योजना का लाभ 31 मार्च 2006 के बाद जन्म लेने वाली लड़कियों को मिलता है। इसमें लड़की की उम्र के मुताबिक 1,000 रु. तक की स्कॉलरशिप दी जाती है। यह राशि उन्हें 10वी कक्षा तक दी जाती है। लड़की की उम्र 18 साल होने पर माता-पिता को 34,751 रुपये की स्कॉलरशिप दी जाती है। स्कीम के तहत बच्ची के माता-पिता का हेल्थ इंश्योरेंस भी किया जाता है।
गृहलक्ष्मी योजना, कर्नाटक
इस योजना के तहत कर्नाटक सरकार की तरफ से घर की महिला मुखिया को हर महीने 2,000 रु. दिए जाते हैं। इस योजना का लाभ अंत्योदय, BPL और APL परिवार से जुड़ी महिलाओं को दिया जाता है। सरकारी नौकरी करने वाली महिलाओं और जो महिलाएं टैक्स भरती है, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलता।
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कन्या उत्थान योजना, बिहार
बिहार सरकार की इस स्कीम के तहत बच्चियों के जन्म से लेकर पढ़ाई तक आर्थिक सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस स्कीम के तहत अलग-अलग किस्तों में 50,000 रुपये दिया जाता है। जैसे बच्ची के जन्म के समय 1,000 रुपये, 2 साल को होने पर हज़ार, इसी तरह 12वी पास करने पर 10,000 और ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने पर 25 हज़ार रुपये मिलते हैं। हालांकि, लड़की की शादी हो जाने पर इस योजना का लाभ नहीं मिलता।
माझी कन्या भाग्यश्री योजना, महाराष्ट्र
इस स्कीम के तहत बेटियों के जन्म पर 50,000 रु. दिए जाते हैं। इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल, 2016 को की गई थी। योजना के तहत मां और बेटी के नाम से ज्वॉइंट अकाउंट खोला जाता है, जिसमें एक लाख का एक्सीडेंट इंश्योरेंस और 50,000 रुपये का ओवरड्राफ्ट किया जाता है। इस रकम का इस्तेमाल बेटी की पढ़ाई के लिए कर सकते हैं। इस योजना के तहत 2 बेटियों वाले परिवार को लाभ मिलता है।
महतारी वंदना योजना, छत्तीसगढ़
इस योजना के अंतर्गत विवाहित, विधवा और आर्थिक रूप से कमज़ोर महिलाओं को हर महीने 1,000 रु. दिए जाते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं की उम्र 21 साल से अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा अविवाहित महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिलता।
आपकी बेटी हमारी बेटी, हरियाणा
‘आपकी बेटी, हमारी बेटी’ योजना’ हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जाने वाली स्कीम है, जिसे साल 2015 में शुरू किया गया था। राज्य में लड़कियों और लड़को के बीच के अनुपात को कम करने के लिए इस स्कीम को शुरू किया गया था। इस योजना का लाभ अनुसूचित जाति और BPL परिवारों को मिलता है। स्कीम के तहत एलआईसी में 21,000 रु. जमा किए जाते हैं। बेटी की उम्र 18 साल हो जाने पर इस रकम को निकाल सकते हैं। ध्यान रहे, इस योजना का लाभ सिर्फ वहीं लड़कियां उठा सकती हैं, जिनका जन्म 22 जनवरी 2015 को या उसके बाद हुआ है।