पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर की मदद से आप लोन आवेदन करने से पहले ही उसकी ईएमआई का पता लगा सकते हैं। पहले से EMI जानने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी भुगतान क्षमता के आधार पर लोन की अवधि और EMI चुन सकते हैं। तो चलिए लेख में इस टॉपिक के बारे में विस्तार से जानते हैं:
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर क्या है?
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर (Personal Loan EMI Calculator) एक ऑनलाइन टूल है, जिसकी मदद से आप अलग-अलग लोन राशि और अवधि के लोन की EMI और कुल ब्याज का पता लगा सकते हैं। इस टूल का इस्तेमाल करने के लिए आपको लोन राशि, लोन अवधि और इंटरेस्ट रेट दर्ज करना होगा फिर उस हिसाब से EMI कैलकुलेट हो जाएगा।
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर के फायदे
लोन ईएमआई कैलकुलेटर (Loan EMI Calculator) की मदद से आप अपने लोन की ईएमआई का पहले से एक अनुमान लगा सकते हैं। इसके अन्य फायदे निम्नलिखित प्रकार है:
- आप अपनी भुगतान क्षमता के अनुसार ईएमआई राशि चुन सकते हैं।
- साथ ही यह आपको लोन अवधि चुनने में मदद करता है।
- समय से लोन रिपेमेंट या लोन ईएमआई भुगतान में चूक न हो इसके लिए बेहतर वित्तीय प्लानिंग कर सकते हैं।
ईएमआई पेमेंट चूकने पर लगने वाला चार्जेस
समय से पर्सनल लोन की ईएमआई का भुगतान न करने पर आपको कुछ चार्जेस/शुल्क भरना पड़ता है। जो ईएमआई के अलावा आप पर अन्य वित्तीय बोझ बढ़ा सकता है:
- पीनल इंटरेस्ट चार्ज- ये चार्ज बकाया ईएमआई राशि पर उसके भुगतान की तारीख तक लगाई जाती है। इस शुल्क को ओवरड्यू इंटरेस्ट चार्ज भी कहा जाता है।
- चेक/NACH/SI बाउंस चार्ज- ये शुल्क तब लगाया जाता है जब अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस न होने की वजह से या फिर ईएमआई भुगतान वाला अकाउंट बंद होने की वजह से पर्सनल लोन की ईएमआई का समय से भुगतान नहीं हो पाता है। ये एक फिक्स्ड चार्ज होता है जो ईएमआई लेट पेमेंट या चेक बाउंस करने पर लिया जाता है।
क्या लोन अवधि के दौरान ईएमआई में बदलाव हो सकता है?
हां, आप लोन अवधि के दौरान ईएमआई में बदलाव करवा सकते हैं क्योंकि आमतौर पर पर्सनल लोन की ईएमआई फिक्स्ड होती है। हालांकि कुछ विशेष परिस्थितियों में आप इसे बदल सकते हैं:
- लोन रिपेमेंट के मामले में- पर्सनल लोन प्रीपेमेंट करने के बाद, या तो आप उसी लोन अवधि के लिए ईएमआई घटा सकते हैं या फिर उसी EMI पर लोन अवधि कम कर सकते हैं। अगर आप मौजूदा पर्सनल लोन ईएमआई का भुगतान करने में असफल हैं तो EMI कम करवा सकते हैं।
- ब्याज दरों में बदलाव के कारण- कुछ लोन संस्थान फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर पर्सलन लोन ऑफर करते हैं, जो कि रेपो-रेट से जुड़ा होता है। यानी रेपो रेट में बदलाव का सीधा असर फ्लोटिंग ब्याज दरों पर पड़ता है। रेपो रेट बढ़ने से फ्लोटिंग ब्याज दरें भी बढ़ जाती है। ऐसे मामले में बैंक/NBFC समान EMI पर लोन अवधि बढ़ा सकता है। अगर लोन अवधि पहले से ही अधिकतम है तो लोन संस्थान आपकी EMI बढ़ा सकता है।
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट के फायदे व नुकसान जानने के लिए यहां क्लिक करें। पर्सनल लोन जल्दी चुकाने के टिप्स जानने के लिए यहां क्लिक करें।
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर से संबंधित सवाल
पर्सनल लोन ईएमआई क्या है?
इक्विटेड मंथली इनस्टॉलमेंट (EMI) एक ऐसी निश्चित राशि है जो उधारकर्ता को एक निश्चित समय पर लोन संस्थान को देनी होती है। अन्य लोन की तरह पर्सनल लोन की ईएमआई भी उसके मूल राशि और ब्याज राशि पर निर्भर करती है।
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर कैसे काम करता है?
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर की मदद से आप लोन आवेदन करने से पहले ही EMI और ब्याज लागत का पता लगा सकते हैं। लोन ईएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के लिए आपको लोन राशि, इंटरेस्ट रेट, लोन टौन्योर भरना होगा और आपको ब्याज राशि का पता चल जाएगा।
पर्सनल लोन ईएमआई का पहले पता चलने का क्या फायदा हो सकता है?
पर्सनल लोन ईएमआई का पहले कैलकुलेशन कर आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग बेहतर तरीके से कर सकते हैं। आप अपनी भुगतान क्षमता के अनुसार लोन अवधि और ईएमआई चुन सकते हैं।
मैं अपने पर्सनल लोन ईएमआई की तारीख कैसे बदलवा सकता हूं?
अगर आप अपने पर्सनल लोन की तारीख बदलवाना चाहते हैं तो अपने बैंक व एनबीएफसी से संपर्क करें। हालांकि ईएमआई तारीख बदलने की प्रक्रिया एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग-अलग हो सकती है।
5 साल के लिए 5 लाख पर्सनल लोन की ईएमआई कितनी होगी?
पर्सनल लोन की ईएमआई उसके इंटरेस्ट रेट और लोन रिपेमेंट समयावधि पर निर्भर करती है। हालांकि यहां नीचे टेबल में अलग-अलग ब्याज दरों के हिसाब से ईएमआई कैलकुलेट किया गया है:
ब्याज दरें (प्रति वर्ष) |
लोन राशि (₹) |
लोन अवधि (₹) |
ईएमआई (₹) |
10.49% |
5 |
5 |
10,744 |
11% |
5 |
5 |
10,871 |
12% |
5 |
5 |
11,122 |
13% |
5 |
5 |
11,137 |
14% |
5 |
5 |
11,634 |
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेशन के लिए किस फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाता है?
पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेशन का गणितीय फॉर्मूला [P x R x (1+R)^N]/[(1+R)^N-1] है। जिसमें P का मतलब- प्रिंसिपल अमाउंट है, ‘R’ का मतलब- रेट ऑफ इंटरेस्ट होता है। और ‘N’ लोन अवधि (महीनों में) के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस परंपरागत रूप से लोन ईएमआई कैलकुलेशन करने के बजाए Online Personal Loan EMI Calculator का उपयोग करें।